पंडित जी की कथा और बीवी की बातें
दोनों एक समान होती है
साला समझ में तो कुछ नहीं आता
फिर भी ध्यान लगाकर सुनने का
नाटक करना पड़ता है
स्वाहा आहा
आज बाईक में पेट्रोल डलवाने गया
वहां देखा कि, लोग अपनी बीवी को
पेट्रोल पंप के बाहर मोटरसाइकिल से उतार देते है,
मैं सोचने लगा कि ऐसा क्यों करते है
फिर मेरी नजर वहाँ लगे बोर्ड पर पड़ी,
और मैं बहुत हँसा…
वहाँ लिखा था –
आग लगाने वाली चीजें दूर रखें
गार्डन में एक पेड़ के नीचे लड़का-लड़की हाथों में हाथ लिये
चिपक कर बैठे बातें कर रहे थे
उतने में वहाँ से एक बुजुर्ग सज्जन निकले
और उन्हें देखा तो पास जाकर बोले –
“बेटा, क्या यहीं हमारी संस्कृति है ?”☹️
लड़के ने तपाक से उत्तर दिया –
“नहीं अंकल, ये तो जागृति है
आप किसी और पेड़ के नीचे जाकर देखिये