ऑटो डेस्क। भारत में अभी मंदी का दौर चल रहा है। इसकी आहट अब ऑटो सेक्टर (Automotive industry) तक पहुंच गई है। मंदी से निपटने के लिए मारुति सुजुकी समेत अन्य ऑटो कंपनियां लगातार उत्पादन रोक रही हैं। जी हाँ, इस लिस्ट में जापानी कार निर्माता कंपनी टोयोटा मोटर और दक्षिण कोरिया की ह्यूंडई मोटर भी शामिल हो गई है। वहीं इन हालातों से निपटने के लिए कंपनियों ने अस्थायी कर्मचारियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑटो कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है। इसके अलावा कई कंपनियों ने अपने प्लांट भी बंद करने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में कारों के लिए पावरट्रेन तथा एयर-कंडिशनिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी डेन्सो कॉर्प्स की भारतीय इकाई ने उत्तर भारत स्थित मानेसर प्लांट से लगभग 350 अस्थायी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
बिक्री में गिरावट
वाहनों की ब्रिकी के लिहाज से जुलाई का महीना बीते 18 साल में सबसे खराब रहा है। इस दौरान बिक्री में 31 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर मंदी की स्थिति ज्यादा बढ़ती रही तो कई कंपनियां अस्थाई कर्मचारियों छुट्टी करने में समय नहीं लगाएगी। एक रिपोर्ट में बताया था कि ऑटोमोबाइल, कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स और डीलर्स पहले ही 3,50,000 कर्मचारियों की छंटनी कर चुके हैं।