जयपुर। राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आज विधानसभा में कहा कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (रोडवेज) सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया सहित निगम में घाटे की जांच करके उनकी हर समस्या समाधान किया जाएगा।
खाचरियावास प्रश्नकाल में विधायक निर्मल कुमावत के मूल प्रश्न के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि रोडवेज की समस्या से सरकार चिंतित है। वर्तमान में 238 करोड़ रुपए सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया है। वित्तीय संसाधन के आधार पर बकाया परिलाभों को उनकी वरीयता के अनुसार देना संभव हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान कांग्रेस ने उनकी समस्याओं को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया और अब वह सरकारी दस्तावेज बन चुके हैं। इस पर सकारात्मक सोच के साथ काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार रोडवेज के घाटे को लेकर चिंतित है।
रोडवेज को घाटे से उबारने, कर्मचारियों के परिलाभ समय पर देने और घाटे के मूल कारणों का पता लगाकर उनकी जांच करवाकर व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों के साथ एक संयुक्त समिति बनाई गई है जो जांच करेगी कि रोडवेज इतने घाटे में कैसे में कैसे आ गई।
खाचरियावास ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर रोडवेज में 3160 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 1133 परमिट लोक परिवहन सेवा के लिए दे दिए जिससे रोडवेज को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस सरकार ने आते ही लोक परिवहन सेवा के परमिट पर रोक लगा दी है।