बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल एक ग्रामीण ने चाकू से गला रेतकर महिला की हत्या कर दी। इस दौरान चंद्रकला के तीन बच्चें घर में ही थे।
पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अनिल शुक्ल ने बताया कि बोरदही थाना क्षेत्र के ग्राम कोठिया निवासी चंद्रकला बैठेकर (40) की बटनू आदिवासी ने गला रेतकर हत्या कर दी। चंद्रकला के पति दीवान की सालभर पहले हत्या कर दी गई थी।
पति की हत्या के बाद चंद्रकला ने गांव के ही श्यामलाल आदिवासी को अपनी खेती बंटाई पर दे दी थी। खेत बटाई से लेने के बाद से श्यामलाल चंद्रकला बाई के घर में ही रहने लगा था।
उन्होंने बताया कि दो दिन पूर्व ही श्यामलाल के बेटे बटनू ने चंद्रकला के घर जाकर अपने पिता श्यामलाल से घर चलने के लिए कहा। इस पर श्यामलाल खुद के घर चला गया, लेकिन कुछ देर बाद श्यामलाल फिर से चंद्रकला के घर आ गया।
इससे नाराज बटदू चाकू लेकर चंद्रकला के घर पहुंचा, उस समय श्यामलाल चंद्रकला के घर पर नहीं था। बटनू ने चंद्रकला से कहा कि वह उसके पिता को अपने घर में क्यों रख रही है। इसी बात को लेकर चंद्रकला और बटनू का विवाद हो गया। बटनू ने चंद्रकला के पेट में चाकू से दो वार किए फिर गला रेत दिया।
इस वारदात के दौरान चन्द्रकला के तीनों बच्चे 12 वर्षीय सुनीता, 10 वर्षीय राजेश एवं 7 वर्षीय सुशीला घर में ही थे।इसके बाद तीनों बच्चे कोठिया से पांच किमी दूर पैदल चलकर सोनादेही अपने नाना के गांव पहुंचे और नाना रायसिंह को घटना की जानकारी दी। नाना की सूचना पर बोरदही पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है।