नई दिल्ली। लोकसभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, राम जेठमलानी सहित हाल में दिवंगत हुए सदन के दस सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते हुए विपक्षी दलों के सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू किया तो अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन के दस पूर्व सदस्यों का हाल ही में निधन हुआ है। उन्होंने कहा कि श्रीमती स्वराज देश की बहुत प्रतिभाशाली नेता रही हैं और उन्होंने कई मंत्रालयों का दायित्व अपने राजनीतिक जीवन में संभाला है। अपने आखिरी दिनों में वह विदेश मंत्रालय में मंत्री रही और उन्होंने विदेश मंत्रालय से जुड़ी आमजन की समस्याओं का निजी तौर पर हल करने में पहल कर इस मंत्रालय को लोकप्रिय बनाया।
उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री अरुण जेटली ने विभिन्न मंत्रालयों में अपनी असाधारण प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने राम जेठमलानी, गुरुदासदास गुप्ता, बी एल शर्मा प्रेम, डॉ. एन शिव प्रसाद, सुखदेव सिंह, राजा परमशिवम, डॉ सुधीर राय का विशेष उल्लेख किया और कहा कि इन सभी पूर्व सदस्यों ने सदन में जनहित के जो मामले उठाए हैं और इसके लिए उन्हें याद किया जाएगा।
नायडु ने कहा कि डॉ. जगन्नाथ मिश्र कर निधन गत 19 अगस्त को 82 वर्ष की उम्र में हो गया था । वर्ष 1937 में जन्में मिश्र तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे । वह राज्य में विपक्ष के नेता भी रिहे थे । वह केन्द्रीय मंत्री भी रहे थे । वह पांच बार विधायक और 1968 में विधान परिषद के सदस्य बने थे। उन्होंने उर्दू को बढावा दिया था। उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी थी और कई शिक्षण संस्थानों से भी जुड़े थे।
नायडु ने कहा कि गुरुदास दासगुप्ता का निधन 31 अक्टूबर को 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था । वर्ष 1936 में अविभाजित भारत (वर्तमान बंगलादेश) में उनका जन्म हुआ था । वह जाने माने मजदूर नेता थे और छात्र जीवन से राजनीति से जुड़े थे।
वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और खेत मजदूर यूनियन तथा कई अन्य संगठनों से जुड़े थे । वह पश्चिम बंगाल से तीन बार राज्यसभा सदस्य चुने गये थे नायडु ने बताया कि सुखदेव सिंह लिब्रा का निधन छह सितम्बर को 86 वर्ष की उम्र में हो गया था। वर्ष 1932 में जन्में लिब्रा 1985 में राज्यसभा के सदस्य बने थे । वह दो बार लोकसभा के सदस्य भी चुने गये थे। वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य भी थे।
बाद में सदस्यों ने मौन खड़े होकर दिवंगत सदज्ञयों को श्रद्धांजलि दी और इसके बाद सदन की कार्यवाही उनके सम्मान में दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी । सदन के नेता थावर चंद गहलाेत, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, भारतीय जनता पार्टी के जगत प्रकाश नड्डा, कांग्रेस के आनंद शर्मा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, अन्ना द्रमुक के ए. नवनीत कृष्णन, सामजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, जनता दल युनाईटेड के रामचंद्र प्रसाद सिंह, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के. केशव राव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के टी के रंगराजन, द्रमुक के तिरुचि शिवा, बहुजन समाज पार्टी के वीर सिंह, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के विजय साई रेड्डी, एमडीएमके के वाईको, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रामदास अठावले, शिवसेना के संजय राउत, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम और राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने भी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।