अगरतला। कांग्रेस की महिला इकाई प्रमुख सुष्मिता देव के इस्तीफे के एक सप्ताह बाद त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पीयूष विश्वास ने पार्टी को एक और झटका देते हुए शनिवार को अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के साथ ही विश्वास सहित पांच प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने असम, मणिपुर और त्रिपुरा में पार्टी छोड़ दी है। विश्वास कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के संपर्क में हैं और अगले सप्ताह पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि विश्वास पार्टी को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन गांधी परिवार का नेतृत्व एक बड़ा मुद्दा बन गया। विश्वास ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि वह फिलहाल राजनीति से बाहर रहेंगे, लेकिन तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष (सोनिया गांधी) को आज भेज दिया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी आलाकमान ने विश्वास को जिला और ब्लॉक-स्तरीय समितियों के पुनर्गठन की अनुमति नहीं दी थी जिसके कारण वह नाराज थे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि 2016 के बाद जिला और ब्लॉक-स्तरीय समितियां या तो काम नहीं कर रही थी या निष्क्रिय थीं। राज्य समिति के कई नेता भी सक्रिय नहीं थे।
गौरतलब है कि 2019 में गांधी परिवार के करीबी दोस्त एवं शाही परिवार के वंशज प्रद्योत विक्रम माणिक्य देववर्मन के इस्तीफे के बाद विश्वास को त्रिपुरा में पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।