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एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेर में 5 घंटे तक फहरता रहा फटा तिरंगा

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एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेर में 5 घंटे तक फहरता रहा फटा तिरंगा

अजमेर। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को पांच घंटे से भी अधिक समय तक फटा हुआ तिरंगा फहराता रहा। इस घटना से आक्रोशित छात्रों के गुस्सा जताने पर यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आया और क्षतिग्रस्त हुए राष्ट्रीय ध्वज को उतारा गया।

छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष मोहित जैन ने बताया कि दोपहर करीब साढे बारह बजे वे एक अन्य छात्र नेता श्रीलाल तंवर के साथ बाइक पर सवार होकर यूनिवर्सिटी के पास से जा रहे थे तभी उनकी नजर परिसर में फहरा रहे गगनचुंबी तिरंगे झंडे पर गई। तिरंगे का उक कोना हुक में अटक कर फट गया था।

इस बात की सूचना तत्काल यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्डों को दी, गार्डो ने अपने अधिकारी चीफ प्रॉक्टर प्रो. सुब्रोतो दत्ता को पूरे मामले से अवगत कराया। इस पर प्रो. दत्ता भी पंहुच गए और सुरक्षा गार्डो को झंडा उतारने के आदेश देकर चले गए। गार्डो ने थोड़ा प्रयास किया लेकिन झंडा नहीं उतर सका। ऐसे में थक हार कर गार्ड भी चलते बने और तर्क दिया कि झंडे को उतारने जयपुर से तकनीशियन बुलवाने पड़ेंगे।

इस बीच यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष भगवान सिंह, छात्रसंघ उपाध्यक्ष शिननेश सिंह जादौन व आशिष उपाध्याय सहित अन्य छात्र भी मौके पर पहुंच गए और यूनिवर्सिटी के सभी अधिकारियों को फोन करके जल्द से जल्द फ़टे तिरंग झंडे को उतारने की मांग की। इसके बावजूद 4 घण्टे तक यूनिवर्सिटी प्रशासन का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

छात्रनेताओं ने पुलिस कंट्रोल रूम फोन कर दिया और जिला प्रशासन को मामले से अवगत करवाया। सिविल लाइंस थाने से पुलिस भी यूनिवर्सिटी पहुंच गई लेकिन 20 मिनट मौका मुआयना करके वह भी चलती बनी।

आखिरकार मौजूद छात्रों ने कहा कि राष्ट्रध्वज इस हालत में फहरता नहीं रहने दिया जा सकता। इसके लिए राष्ट्र ध्वज संहिता सेक्शन 2 एक्ट 1971 के तहत 3 साल की सजा का प्रावधान हैं। तब कहीं जाकर सुरक्षा गार्डो ने यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर को वापस मौके पर बुला लिया। यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट रजिस्ट्रार दिग्विजयसिंह चौहान भी आ गए। आखिरकार छात्रों के सहयोग से झंडे को उतारा गया।

मोहित जैन ने बताया कि इससे पहले भी यूनिवर्सिटी परिसर में 4 बार पहले भी झंडा फट चुका है और प्रशासन हर बार तेज हवा होने का बहाना बनाता है। छात्रनेता श्रीलाल तंवर आरोप लगाया कि चीफ प्रॉक्टर कैम्पस में होते हुए भी मौके से बार बार गायब हो रहे थे। झंडा लगाने में यूनिवर्सिटी ने लाखों रुपए खर्च किए हैं।

बतादें कि 7 नवम्बर 2017 को यह यूनिवर्सिटी कैम्पस के दीक्षांत समारोह मैदान में राज्यपाल कल्याण सिंह के आदेश से तत्कालीन कार्यवाहक कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह ने तिरंगा झंडा लगवाया गया था। झंडे की ऊंचाई 100.5 फिट है। इसका लोकार्पण बांसवाड़ा के कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी ने किया था।