हैदराबाद | तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे हड़ताल में शामिल हुए तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी।
तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीएस) ने पूर्व में हड़ताल की सूचना दी थी और कहा था कि 10 जून की मध्यरात्रि से समूचे राज्य में बसें नहीं चलेंगी। राव ने गुरुवार की रात यहां प्रगति भवन में मंत्रियों और अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में आरटीसी के प्रस्तावित हड़ताल और वैकल्पिक इंतजामों को लेकर चर्चा की।
शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक मुख्यमंत्री ने हड़ताल को यूनियनों की गैर-जिम्मेदाराना हरकत बताते हुए इसे तत्काल वापस लिए जाने की अपील की। विज्ञप्ति में कहा गया कि अगर आरटीसी कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो सरकार पर प्रत्येक दिन के हिसाब से चार करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर सरकार यूनियन की अवांछित मांगों को मान लेती है और उन्हें 25 प्रतिशत अंतरिम राहत तथा 50 प्रतिशत फिटमेंट देती है तो आरटीसी प्रबंधन पर 1400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि तेलंगाना में आरटीसी के चालकों को देश के अन्य राज्यों के चालकों की तुलना में बहुत अधिक राशि भुगतान की जाती है। इसी प्रकार परिचालकों, मैकेनिकों और श्रमिकों को भी तुलनात्मक रूप से ज्यादा का भुगतान किया जाता है।