लखनऊ। मशहूर टीवी अभिनेत्री वंदना पाठक ने दावा किया कि उनका नया धारावाहिक ‘मनमोहनी’ दर्शकों को रोमांच और कल्पनाओं की दुनिया की सैर कराने में सफल होगा।
कामेडी किरदार के लिये लोकप्रिय पाठक ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि मनमोहनी में मेरा किरदार डेढ़ सौ साल की एक बुजुर्ग महिला का है जो सिया नाम की विवाहिता की मदद के लिये मनमोहनी नामक डायन का मुकाबला करती है। यह किरदार मेरे लिये चुनौती भरा था जिसे निभाने के लिए मैने काफी मेहनत की है। उम्मीद है कि जी टीवी पर रोमांच से भरपूर यह थ्रिलर दर्शकों को पसंद आयेगा।
उन्होने कहा कि वह अंधविश्वास पर तनिक भी विश्वास नहीं करती मगर इन मान्यताओं को भी पूरी तरह नकारा भी नहीं जा सकता कि मृत्यु के बाद नया जीवन होता है। राजस्थानी पृष्ठभूमि पर आधारित उनका यह सीरियल भी इसी कथा का चित्रण करता है। उन्होंने कहा फैंटेसी या सुपरनैचुरल थ्रिलर दर्शकों से फौरन जुड़ जाते हैं जिसमें दर्शकों को एक अलग ही संतुष्टि का अहसास होता है।
पाठक ने कहा कि राजस्थानी भाषा को सीखने के लिए मैने काफी मेहनत की। इसमें स्क्रिप्ट राइटर और साथी कलाकारों ने मदद की। शूटिंग के दौरान मुझे मेकअप के लिए शुरू में तीन घंटे का समय लगता था। मेरे किरदार का लुक और प्रस्तुतिकरण इससे पहले मेरे द्वारा निभाए गए सभी किरदारों से अलग है।
खिचड़ी,एक महल हो सपनाे का, ये मेरी लाइफ है और आरके लक्ष्मण की दुनिया समेत 15 से अधिक टीवी धारावाहिकों के जरिये अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी वंदना ने कहा कि 28 साल के लंबे करियर में उन्होने ज्यादातर हास्य किरदारोें को निभाया मगर सावित्री देवी कालेज एंड हास्पिटल में उन्हे विलेन की भूमिका निभाने में मजा आया और अब राजस्थानी भाषा और रहन सहन से अंजान होने के बावजूद उन्हें दाई मां का किरदार निभाने में भरपूर आनंद की अनुभूति हो रही है।
अभिनेत्री ने कहा कि सीरियल की ज्यादातर शूटिंग राजस्थान में की गई है। रेतीली जमीं पर शूटिंग के दौरान लोकेशन अक्सर गायब हो जाती थी। उसका कारण था कि एक दिन पहले जहां सपाट रेत का मैदान होता था वहां अगले रोज रेत का पहाड़ खडा हो जाता था हालांकि क्षेत्रीय ग्रामीणों ने लोकेशन का पता लगाने में उनकी काफी मदद की।