नैनीताल। उत्तराखंड के नंदा देवी में अभियान पर गए सभी विदेशी पर्वतारोहियों की मौत हो गई है। भारतीय वायु सेना के खोजी दल ने सोमवार को पांच पर्वतारोहियों के शव देखे हैं।
पिथौरागढ़ प्रशासन की ओर से पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए सेना और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस का सहयोग लिया जा रहा है। जिलाधिकारी डा विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि भारतीय वायुसेना की ओर से नंदा देवी चोटी के आसपास उच्च हिमालयी क्षेत्र में सोमवार को फिर से खोज अभियान चलाया गया। इस दौरान खोजी अभियान दल को नंदा देवी पूर्व के आसपास बर्फ में पांच शव दबे दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि अन्य पर्वतारोहियों के शव भी आसपास होने की संभावना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि सभी पर्वतारोही हिमस्खलन की चपेट में आ गए और उसी के कारण उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सेना व भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस से सहयोग लिया जा रहा है। सेना व आईटीबीपी की सहमति के बाद शवों को निकालने के लिए अभियान चलाया जाएगा। दल के चार सदस्यों को वायुसेना की ओर से कल मुख्यालय लाया गया है।
नंदा देवी के अभियान पर 10 मई को 12 पर्वतारोहियों का एक दल गया था। इस दल में एक भारतीय समेत 11 विदेशी पर्वतारोही शामिल थे। चार पर्वतारोही अभियान पूरा कर दूसरे आधार शिविर वापस लौट आए थे। वापस लौटे इन पर्वतारोहियों ने बताया कि आठ पर्वतारोही दूसरी चोटी के अभियान पर निकल गए हैं और 24 मई के बाद उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया। इन्हें 25 मई तक अंतिम आधार शिविर पहुंचना था।
जोगदंडे ने कहा कि वापस लौटे पर्वतारोहियों से पता चला कि इस क्षेत्र में भारी हिमस्खलन हुआ है। 31 मई को अभियान संचालित करने वाली कंपनी की ओर से पहली बार सरकार तथा प्रशासन को पर्वतारोहियों के लापता होने की सूचना दी गई। इसके बाद प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन हरकत में आया। पर्वतारोहियों को खोजने के लिए भारतीय वायुसेना की ओर से रविवार तथा सोमवार को खोज अभियान चलाया गया। कल वायुसेना की टीम को कोई सफलता नहीं मिल पाई थी। इस दौरान वायुसेना ने दूसरे आधार शिविर पर फंसे चार पर्वतारोहियों को पिथौरागढ़ ले आई थी।
उन्होंने कहा कि सोमवार को वायुसेना की ओर से फिर से अभियान चलाया गया। इस अभियान दल को पांच शव बर्फ में दबे दिखाई दिए हैं जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सभी पर्वतारोहियों की हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण मौत हो गई है। माना जा रहा है कि शेष अन्य पर्वतारोहियों के शव भी आसपास ही होंगे।
उल्लेखनीय है कि नंदादेवी अभियान पर गए लापता पर्वतारोहियों में ब्रिटेन, अमरीका, आस्ट्रेलिया समेत एक भारतीय शामिल है। मार्टिन मोरन (ब्रिटेन), जॉन मैक्लारेन (ब्रिटेन), रूपर्ट विवैल (ब्रिटेन), रिचर्ड पियाने (ब्रिटेन), रथ मैक्केन (आस्ट्रेलिया), एंथोनी सुडकेम (अमेरिका), रॉनाल्ड बेमेल (अमरीका) व चेतन पांडे (भारतीय) शामिल हैं।