भोपाल। मध्यप्रदेश साइबर अपराध पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने और उसके माध्यम से बेरोजगारों को ठगने के आरोप में एक युवती समेत दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
कॉल सेंटर की संचालिका और प्रबंधक फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को ठग रहे थे। पिछले छह महीने में आरोपियों ने करीब दो हजार लोगों को ठगा था। आरोपी 31 मार्च को अपना कारोबार समेटने वाले थे, इसके पहले ही साइबर पुलिस ने दोनों को धरदबोचा।
साइबर अपराध पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को नौकरी देने का दावा करते थे और 199 रूपये चार्ज शुल्क के नाम पर लोगों के एटीएम और क्रेडिट कार्ड की जानकारी भरवा लेते थे।
लोगों द्वारा जैसे ही वेबसाइट पर कार्ड नंबर डालकर शुल्क जमा किया जाता था, तब उनको सामने शुल्क जमा होने की बजाय पेमेन्ट खारिज होना बताता था। इतने में दोनों आरोपियों के पास लोगों के कार्ड की जानकारी आ जाती थी, जिसके बाद काॅल सेंटर संचालिका लोगों को फोन करके तरह-तरह के लालच देकर ओटीपी प्राप्त कर बेरोजगारों से ठगी कर लेते थे। फरियादी नफीस खान ने इस बारे में साइबर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी।
अदालत ने दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। आरोपियों में शामिल दिल्ली निवासी युवती मोनिका 12वीं तक पढ़ी है। वहीं दूसरा आरोपी नवीन एमबीए है।