अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने भारतीय खाद्य निगम कारपोरेशन के दो ऑडिटर को आज दस दस हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया अलवर में एफसीआई के लेखाधिकारी रामजी लाल मीणा ने गुरुवार को शिकायत की थी कि सीएजी के ऑडिट के पैरा नहीं लिखने की एवज में नई दिल्ली से सहायक लेखाधिकारी रमेश प्रसाद चौरसिया और वरिष्ठ लेखाधिकारी महिपाल यादव द्वारा पहले तो दो लाख रूपए एवं बाद में एक लाख रूपए की रिश्वत देने की मांग करने लगे।
मीणा ने दोनों को ये बताया कि वह ना तो रिश्वत लेते हैं और ना ही दे सकते। इस पर मीणा को धमकी दी गई कि अगर पैसे नही दिए तो वे ऑडिट पैरा बना देंगे।
उन्होंने बताया कि मीणा ने आज कहा कि उनके पास इतने रुपए नहीं है और वह दस दस हजार रूपए ही दे सकते हैं और पचास हजार बाकी बाद में दे देंगे। इसके बाद मीणा ने बीस हजार रुपए निकालकर दोनों ऑडिटर को दिए। इस पर सीबीआई टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई द्वारा दोनों आरोपियों के हरियाणा और उत्तर प्रदेश में निवास पर भी तलाशी अभियान शुरू करवाया गया है।