भरतपुर। मध्यप्रदेश में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को सेक्सटॉर्शन में फंसाने की साजिश रचने वाले दो बदमाशों को भरतपुर के सीकरी थाना क्षेत्र के चंदा का बास बनेनी गांव से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी सगे भाई हैं और मेवात क्षेत्र से ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं। बताया गया है कि गिरफ्तार दोनो आरोपियों को मध्यप्रदेश की भोपाल पुलिस को सौप दिया गया है जो उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर भोपाल लेकर जा रही है।
गौरतलब है कि सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गत सात फरवरी को सेक्सटॉर्शन की साजिश रचने की रिपोर्ट भोपाल के टीटी नगर में दर्ज कराई थी। ठगी की वारदातों को अंजाम देने बाले गिरफ्तार दोनों आरोपियों के नाम 23 वर्षीय रवीन और 21 वर्षीय वारिस बताए गए हैं जो कम पढ़े लिखे होने के बाबजूद साइबर अपराध को अंजाम देने में माहिर हैं।
साध्वी की तरफ से पुलिस को दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया था कि 6 फरवरी को शाम करीब 7 बजे उनके मोबाइल पर वॉट्सऐप मैसेज आया। हेलो मुझे आपसे बात करनी है। मैसेज आया। इस पर सांसद ने रिप्लाई किया आप अपना पूरा परिचय भेजो बेटा। कुछ देर बाद सांसद के पास उसी नंबर से वीडियो कॉल आया। इसे सांसद ने अटेंड किया। वीडियो कॉल उठाते ही सांसद ने कहा हरिओम वीडियो कॉल पर एक लड़की दिखाई दे रही थी। वह अपने कपड़े उतारने लगी।
बताया गया कि इतने में सांसद ने वीडियो कॉल काटकर उसे ब्लॉक कर दिया। कुछ देर बाद दूसरे नंबर से एक फोटो आया। फोटो में पहले नंबर से गई वीडियो कॉल का स्क्रीन शॉट था। सांसद को धमकी दी गई कि वह इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे। इसके बाद सांसद को रात ढाई बजे तक दूसरे नंबर से कॉल आते रहे। सांसद ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद सांसद ने रिपोर्ट दर्ज कराई।
भोपाल पुलिस ने फोन करने वाले नंबरों को ट्रेस किया। नंबर राजस्थान के निकले। भरतपुर जिले के सीकरी के चंदा का बास बनेनी गांव के पते पर नंबर रजिस्टर्ड था। बताया गया कि सोमवार दोपहर भोपाल पुलिस के सब इंस्पेक्टर देवेंद्र साहू अपनी टीम के साथ सीकरी थाने पहुंचे।
साइबर सेल से दोनों आरोपियों की लोकेशन ट्रैस की गई थी। पुलिस को आरोपियों की मूवमेंट के बारे में जानकारी थी। भोपाल और सीकरी पुलिस ने मिलकर दोपहर करीब तीन बजे चंदा का बास बनेनी गांव में दबिश दी और घर से रवीन और वरिस को गिरफ्तार कर लिया।