जयपुर। भारतीय किसान संघ जयपुर प्रांत के चारों आयामों (प्रचार, युवा, महिला एवं जैविक ) के कार्यकर्ताओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को विधिवत समापन हुआ।
वैशाली नगर स्थित भारतीय किसान संघ कार्यालय बलराम भवन में आयोजित इस शिविर में जयपुर प्रांत के 11 जिलों की 113 तहसीलों के लगभग 178 कार्यकर्ताओं एवं आयाम प्रमुखों ने भाग लिया।
किसान संघ चारों आयामों का प्रशिक्षण शिविर का पहली बार आयोजन किया गया था, जिसमें विषय विशेषज्ञों ने किसान कार्यकर्ताओं को भारतीय स्वदेशी कृषि प्रणाली की महत्ता से अवगत कराया तथा विदेषी कम्पनियों के कुचक्रों से बचने के लिए कार्यशाला कर प्रशिक्षित किया।
प्रशिक्षित कार्यकर्ता किसान संघ की रीति नीति एवं संगठन की राष्ट्रीय विचारधारा का जयपुर प्रांत के हर जिले की हर ग्राम समिति में प्रजैविक खेती, युवाओं में राष्ट्रीय विचारधारा एवं महिलाओं में भारतीय सनातन संस्कृति का गांव-गांव में प्रचार प्रसार करेंगे।
खेती के उन्नत संसाधनों, कम पानी में अधिक फसल, कृषि नवाचार, औषधीय पाद्पों की खेती आदि के लिए किसानों को प्रोत्साहित करेंगे ताकि किसान अपनी आय को बढा सकें। नई पीढी को खेती की उपयोगिता के साथ-साथ भारतीय देसी गाय, जैविक खेती की उपयोगिता एवं महत्वता बताएंगे।
समापन अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने सभी कार्यकर्ताओं से आवहान किया कि भारतीय कृषि को महाभारत के इस दुषचक्र से बाहर निकालने की जिम्मेदारी किसान संघ के कार्यकर्ताओं की है। इस जिम्मेदारी को किसान संघ का हर कार्यकर्ता तन, मन, धन से पूर्ण दायित्ववान होकर निभाएगा और भारतीय कृषि को एक बार फिर विश्व में असीम ऊचाईयों पर ले जाएगा।
शिविर के दौरान विषय विशेषज्ञों डाॅ इन्द्र कुमार जैन (औषधीय पाद्पों की खेती), रजिस्ट्रार औषधीय एवं मेडिसनल प्लाटस बोर्ड राजस्थान, महेन्द्र सिंघल (क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख), भाग्यश्री साठे (अखिल भारतीय तरूणी प्रमुख), कृष्णमुरारी (क्षेत्रीय संगठन मंत्री), हुकुम पाटीदार (जैविक प्रमुख) ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
जिला एवं तहसील से 35 महिला प्रमुखों, 25 प्रचार प्रमुखों, 45 युवा प्रमुखों, 45 जैविक प्रमुखों ने तथा 38 जिला अध्यक्षों एवं जिला मंत्रियों ने प्रशिक्षण शिविर में सहभागिता की। भारतीय किसान संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं संगठन मंत्री ठाकुर संकठा प्रसाद की जयंती पर पुष्पाजंलि के साथ प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ