मुरैना। मध्यप्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से अभ्यास के लिए उडान भरने के बाद वायुसेना के दो लड़ाकू विमान मुरैना जिले के पहाड़गढ़ क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर गए। घटना में एक पायलट शहीद हो गया और दो पायलटों को एअरलिफ्ट कर उपचार के लिए ले जाया गया।
हादसे के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सर्चिंग टीम ने प्रशासन एवं पुलिस के सहयोग से दो पायलटों को घायल अवस्था में तलाश कर उपचार के लिए भेज दिया है। एक अन्य पायलट हनुमंत राव सार्थक शहीद हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अासमान में विमान आग के गोले के रूप में दिखे और गिर गए।
बताया गया है कि मिराज-2000 एवं सुखोई-30 लड़ाकू विमान ने सुबह ग्वालियर एयरवेस से अपनी अभ्यास उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ देर बाद सुबह 10 बजे के आसपास मुरैना जिले के पहाड़गढ़ के मानपुर पंचायत के पास दोनों विमानों का संतुलन बिगड़ गया और उनमें से एक मिराज 2000 पहाड़गढ क्षेत्र के मानपुर गांव के पास गिरा, जबकि दूसरे सुखोई 30 के राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र के उच्चैन थाना क्षेत्र के जंगल में गिरने की जानकारी मिली है।
घटना स्थल के आसपास मौजूद कुछ लोगों ने जैसे ही आसमान से आग की लपटों नीचे की ओर आते हुए देखा तो पहले तो वे कुछ अनुमान नहीं लगा सके, लेकिन मौके पर पहुंचकर उन्होंने जो नजारा देखा तो उसकी जानकारी तत्काल मोबाइल से स्थानीय पुलिस को दी। विमान दुर्घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस फोर्स स्थानीय लोगों के साथ राहत एवं बचाव कार्य में संलग्न हैं। मौके पर पहुंची वायुसेना की टीमों ने क्षेत्र में पायलट की तलाश शुरु की। जंगली एवं पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण वायुसेना की टीमों ने काफी मशक्कत के बाद दो पायलटों को तलाश करने में सफलता प्राप्त की। घायल अवस्था में मिले दोनों पायलट को उपचार के लिए चिकित्सालय पहुंचा दिया गया है।
दुर्घटना के दौरान सुखोई 30 में दो पायलट थे, जबकि मिराज 2000 में एक पायलट था। बताया जा रहा है कि सुखाई-30 दो पायलट पैराशूट की मदद से बाहर निकले हैं और सुरक्षित हैं। इनके पैराशूट पहाड़गढ़ के जंगल में पेड़ों से उलझे हुए मिलें हैं। वहीं, मिराज-2000 में जो एक पायलट था वह विमान से निकल नही सका, इसलिए वह अपने को कोई सुरक्षित नही बचा सका।
पायलट हनुमंत राव सार्थक के शहीद होने की पुष्टि प्रशासन द्वारा की जा रहा है। घटनास्थल के आसपास के लोगों ने जंगल में तेज आवाज सुनी, तो वे जब वे मौके पर पहुंचे तो विमान का मलबा पड़ा था और उसमें आग लगी हुई थी। वायुसेना की जांच टीमें पहाड़गढ़ के जंगल और भरतपुर के जंगलों में घटनास्थल पर पहुंच गई हैं तथा तकनीकी साक्ष्य जुटाकर घटना के कारणों का पता कर रही हैं। हालांकि घटना से संबंधित कोई भी आधिकारिक बयान अभी वायुसेना के ग्वालियर एयरवेज की तरफ से जारी नहीं किया गया है।