बसरा। इराक के दक्षिणी शहर सामावा में रविवार को बदहाल सेवा और बढ़ते भ्रष्टाचार के विरूद्ध उग्र प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ भिडंत में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और 48 अन्य घायल हो गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सामावा शहर के नजदीक सैकडों आक्रोशित प्रदर्शनकारी शहर की बदहाल जनसेवा और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सरकारी भवनों नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। पुलिस ने उग्र भीड को तितर बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाई।
गृह मंत्रालय के रैपिड रिस्पांस फोर्स के कमांडर मेजर जनरल थैमर अल-हुसैनि के मुताबिक इससे पहले, तेल केंद्र में पुलिस की कार्रवाई में 48 लोगों घायल हो गए। पुलिस ने सैंकड़ों प्रदर्शकारियों को तितर बितर करने के लिए हवा में गोलियों चलाई।
ये प्रदर्शनकारी सरकारी भवन पर हमला करने की कोशिश कर रहे थे और एक तेल क्षेत्र के पास प्रदर्शन कर रहे थे। इस घटना में 28 सुरक्षा कर्मी भी घायल हो गए।
बतादें कि खराब सार्वजनिक सेवाओं तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे दक्षिणी इराक में पिछले छह दिनों से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को भी केरबला में प्रांतीय सरकार की इमारत पर हमला किया।
इराक के नजाफ तथा बसरा शहर में भी लोगों ने प्रदर्शन किया जहां सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों तथा मिलिशिया समूहों के बीच झड़प की सूचना को देखते हुए पूरे शहर में कर्फ्यू की घोषणा की थी।
सुरक्षा बलों ने बताया कि बसरा में एक स्थानीय मिलिशिया समूह से संबंधित गार्डों तथा प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में सात प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि बसरा इराक का सबसे बड़ा तेल निर्यातक स्थल है और यहां से देश के 95 प्रतिशत से अधिक राजस्व का संग्रह होता है। यहां पर किसी भी संभावित व्यवधान से इराक की सीमित अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनों का अभी तक कच्चे तेल के उत्पादन पर असर नहीं पड़ा है।
इराक की सरकारी टेलीविजन के अनुसार प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने घोषणा की कि उनकी सरकार बसरा में पानी, बिजली तथा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए धन जारी करेगी।