सहारनपुर। करीब तीन दशक पहले अपना मुल्क छोड़कर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ब्याह कर आई दो पाकिस्तानी महिलाओं को भारतीय नागरिकता प्रदान कर दी गई हैं।
उप जिलाधिकारी पूरण सिंह ने शनिवार को बताया कि चार अप्रैल 1988 को शहर के नियामत अली ने पाकिस्तान जाकर नसरीन से निकाह किया था। ब्याह के तीन महीने बाद दोनो भारत आ गये। इसी तरह कुंडा गांव के सगीर अहमद ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान 1989 में गुजंरावा निवासी नसीमा बेगम से निकाह किया था।
उन्होने बताया कि नियामत अली के पांच बेटियां और एक बेटा है जबकि सगीर के अब चार बेटियां और तीन बेटे हैं। दशकों बाद भारतीय नागरिकता मिलने से प्रफुल्लित दोनो महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार जताया है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वे अब अपने बच्चों की शादियां करेंगे।