सिरोही। सिरोही जिले के शिवगंज में राजस्थान पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कोरोना में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को ब्लैक करने के आरोप में दो लोगों को रंगे पकड़ा। एसओजी टीम इन लोगों पर पिछले दो दिनों से नजर रखे हुए थी।
एसओजी जोधपुर यूनिट सब निरीक्षक जब्बरसिंह ने एडीजी अशोक राठौड़ के निर्देश पर शिवगंज के मेडिकल संचालक द्वारा ब्लैक में रेमडेंसिविर इंजेक्शन बेचने की लगातार शिकायतें मिलने पर शिवगंज में अपना ठिकाना बनाया।
पिछले दो दिनों से लगातार ये टीम शिवगंज में इन लोगों की रेकी कर रहे थे। अंततः एसओजी की टीम ने इन लोगों के वो नम्बर पर हासिल कर लिए जिन पर ये लोग रेमदेसिविर इंजेक्शन का सौदा किया करते थे। निरीक्षक ने बताया कि इनके द्वारा बेचे जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन 100 एमजी की बाजार दर 4800 रुपए है।
ये लोग शिवगंज की कुटुंब कॉलोनी स्थित वीनस मेडिकल से इसे 50 से 70 हजार रुपए में बेचते थे। व्हाट्सएप नम्बर पर टीम द्वारा सौदेबाजी की गई। अंततः 50 हजार रुपए प्रति वायल की दर से 8 वायल का सौदा तय हुआ। लेकिन, इसके बाद भी ये लोग दो दिन तक चक्कर कटवाते रहे। शनिवार को डिलीवरी देना तय हुआ। डिलीवरी लेने के लिए बोगस ग्राहक इनके यहां पहुंचा।
इन लोगों ने ग्राहक को चार लाख रुपए कीमत में 8 वायल को सौंपे वैसे ही एसओजी की टीम ने इन्हें गिरफ़्तार कर लिया। एसओजी ने लोगों की जान बचाने की मजबूरी का फायदा उठाकर जीवनरक्षक दवा को ब्लैक में बेचने वाल्व शिवगंज निवासी क्षितिज मेवाड़ा पुत्र ओपी मेवाड़ा और सेल्समेन प्रवीण मीणा पुत्र नारायणलाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकरण में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
राजस्थान में सरकार के नियंत्रण में रेमडेसिविर
रेमदेसिविर इंजेक्शन कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए जींवन रक्षक दवा है। ऐसे में राजस्थान सरकार ने इसके बाजार में बिक्री पर रोक लगा रखी है। सम्पूर्ण नियंत्रण राजस्थान सरकार के पास है। सरकारी और निजी चिकित्सालय में जिस भी गंभीर मरीज को इसकी जरूरत होती है उसे राजस्थान सरकार के माध्यम से बनी कमेटी के माध्यम से ही दिया जाता है। लेकिन, क्षितिज और प्रवीण इसे बाजार में ब्लैक में बेचते हुए पाए गए।