जम्मू-कश्मीर | जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों के घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान हुई भीषण मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर समेत दो आतंकवादी मारे गये। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने शुक्रवार देर रात शोपियां जिले के बोनबाजार में संयुक्त रूप से घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया।
क्षेत्र से बाहर निकलने के सभी रास्तों को बंद करने के बाद सुरक्षा बल के जवान जब एक विशेष क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे तो वहां पहले से छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलियां चलायीं। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। मुठभेड़ में मारे गए दोनों आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद बरामद किया गया है।
मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान मुन्ना लाहौरी के रूप में की गई है। बनिहाल में इस वर्ष 30 मार्च को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षाबलों के काफिले पर हुए कार बम धमाके के लिए मुन्ना लाहौरी ही जिम्मेदार था। पुलवामा में 17 जून को सेना के वाहन पर हुए हमले में भी उसका हाथ था। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि मुन्ना लाहौरी पाकिस्तान का रहने वाला है और उसे आईईडी बम बनाने के लिए जाना जाता है। वह आतंकवादियों की भर्ती भी करता था।
मारे गये दूसरे आतंकवादी की पहचान जीनत के रूप में की गई है जो कि तुर्कवंगाम का रहने वाला था।
सुरक्षा बलों का अभियान खत्म हो गया है। मुख्य शहर में किसी भी प्रकार का विरोध-प्रदर्शन रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अफवाह फैलने से रोकने के लिए एहतियातन इंटरनेट मोबाइल सेवा पर रोक लगा दी है। कुछ स्थानों पर सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने की रिपोर्ट सामने आई है।