श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये और एक जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) घायल हो गया।
मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही शोपियां और पुलवामा में झड़प शुरु हो गयी हैं। प्रशासन ने किसी किस्म के अफवाह को फैलने से रोकने के लिए एहतियातन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शोपियां के कुंडलान गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना मिलने पर 34 राष्ट्रीय राइफल्स, राज्य पुलिस के विशेष अभियान दस्ते और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने एक संयुक्त खोजी अभियान शुरु किया।
उन्होंने बताया कि जब सुरक्षा बल गांव की घेराबंदी करके उस क्षेत्र विशेष की ओर बढ़ रहे थे तो वहां छिपे आतंकवादियों ने उन पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। इस गोलीबारी में एक जेसीओ घायल हो गया जिसे बादामी बाग छावनी के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसमें दो आतंकवादी मारे गये। उन्होंने बताया कि अंतिम रिपोर्ट आने तक अभियान जारी था। आतंकवादी जिस मकान में छिपे हुए थे, उसे विस्फोट करके उड़ा दिया गया है। गोलीबारी बंद हो गयी है। सुरक्षा बल के जवान आतंकवादियों का शव निकालने के लिए मकान का मलबा हटा रहे हैं।
आतंकवादी बेटे के सुरक्षा बलों से घिरने की खबर से पिता की मौत
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ जारी मुठभेड़ में बेटे के घिरे होने की खबर से पिता की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इशाक नायकू का बेटा हाल ही में आतंकवादी संगठन में शामिल हुआ था।
शोपियां के गांव कुंडलान में उसका बेटा जीनत अहमद नायकू सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में फंस गया है, यह सुनने पर इशाक काे तेज दिल का दौरा पड़ा और उसकी मृत्यु हो गई। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों का पता लगने पर घेराबंदी और तलाश अभियान शुरु किया था। इशाक को तुरंत शोपियां अस्पताल ले गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।