हैदराबाद/नई दिल्ली। तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति को शनिवार को उस समय गहरा झटका लगा जब नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी के एक विधान पार्षद और पूर्व विधायक ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
विधान पार्षद रामुलु नायक और पूर्व विधायक टी नरसा रेड्डी, जिन्हें हाल ही में टीआरएस से निलंबित कर दिया गया था, गांधी के निवास पर पार्टी में शामिल हुए। इस अवसर पर पार्टी के राज्य मामलों के प्रभारी सचिव आरसी खुंटिया सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता भी मौजूद थे।
रेड्डी को टीआरएस से उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित किया गया था, जबकि नायक को मेदक जिले के नारायणखेड निर्वाचन क्षेत्र के आधिकारिक टीआरएस उम्मीदवार भूपल रेड्डी के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने कारण बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
नरसा रेड्डी ने गजवेल से टीआरएस सुप्रीमो एवं कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
टीआरएस के सांसद डी श्रीनिवास, जिन्होंने पार्टी में शामिल होने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था, भी पुरानी पार्टी में लौट सकते हैं।