जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से शांति एवं सदभाव बनाये रखने की अपील करते हुए आश्वस्त किया है कि अपराधी चाहे कितना ही बड़ा हो और किसी धर्म या सम्प्रदाय का हो उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा।
गहलोत ने आज सुबह सोशल मीडिया पर प्रदेशवासियों से अपील करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में शांति, साम्प्रदायिक सदभाव और भाईचारा कामय रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सामप्रदायिक सौहार्द एवं सदभाव के लिए जाना जाता है, यहां का भाईचारा एवं अपनायत की मिसाल पूरे देश में दी जाती है। उदयपुर में गत 28 जून को एक युवक की जघन्य हत्या की गई है जो बहुत ही दुभार्ग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी मुस्तेदी के साथ कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्य कर रही है। स्थानीय पुलिस द्वारा इस मामले में विधि विरुद्ध क्रिया कलाप (निवारण) अधिनियम 1967 (यूएपीए) की धारा 16, 18 एवं 20 तथ दण्ड संहिता की धारा 302 सहपठित धारा 153 ए, 153 बी, 295 ए, 452 एवं 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
साथ ही घटना की विस्तृत जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। पुलिस की तत्परता से दोनों मुख्य आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की गई है। प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि आरोपियों का संबंध विदेशी संगठनों से है अत: इस घटना की जांच एनआईए द्वारा की जा रही है। प्रदेश की एटीएस एवं एसओजी को एनआईए द्वारा की जा रही जांच में पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी धर्मगुरुओं जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं समाजसेवियों से आग्रह किया कि वे सामाजिक सौहार्द की अपील करे ताकि प्रदेश में शांति का वातावरण बना रहे। प्रदेशवासी अशांति फैलाने एवं माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्वों के बहकावे में नहीं आए। समाज में भय एवं अशांति का माहौल नहीं हो इसके लिए ऐसी कोई भी सामग्री एवं वीडियो को सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफार्म पर प्रसारित नहीं करे।
गहलोत ने कहा कि मैं प्रदेशवासियों से विनम्र अपील करता हूं कि कानून व्यवस्था एवं शांति बनाए रखने में सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं एवं शांति और सदभाव बिगाड़ने की कोई सूचना या जानकारी आपके पास है तो उसे 100 एवं 101 नंबर पर फोन कर अवश्य सूचित करे।