उदयपुर। राजस्थान में झीलों की नगरी उदयपुर की ऐतिहासिक फतहसागर झील श्रावण के पहले सोमवार को ही छलक गई। सोमवार देर शाम संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट और कलक्टर ताराचंद मीणा ने दो गेट खोलकर जिलेवासियों को यह सौगात प्रदान की।
इस मौके पर संभागीय आयुक्त एवं कलक्टर ने जिलेवासियों को इस मौके पर बधाई दी और कहा कि सावन के मौके पर उदयपुरवासियों के लिए यह बड़ी खुशी का पल है। उन्होंने कहा कि अपनी झीलों के लिए दुनियाभर में मशहूर पर्यटन नगरी में फतहसागर लाइफलाइन है और इसके भरने से उदयपुरवासियों की खुशियां परवान चढ़ती है।
इससे पहले विधि-विधान के साथ कमिश्नर व कलक्टर ने फतहसागर की पूजा-अर्चना की और सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में दो गेट खोलकर जलराशि को मुक्त किया। इस मौके पर जल संसाधन विभाग अधिशासी अभियंता अनिल थालोर ने बताया कि रात को 8 बजे 4 में से 2 गेट 3-3 इंच खोले गए जिससे 65.94 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है।
पिछले 50 वर्षो में पहली बार यह झील जुलाई माह में ही छलक पडी। इस दौरान फतहसागर झील 28 बार छलकी है। इसमें 14 बार अगस्त में, 11 बार सितम्बर और तीन बार अक्टूबर में इसके गेट खोले गए।