मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए पार्टी के बागी विधायकों से भावनात्मक अपील की कि वे मुंबई वापस आएं तथा जारी राजनीतिक संकट की समस्या का समाधान खोजने के लिए उनसे अपनी शिकायतों पर चर्चा करें।
उद्धव ने यहां एक बयान में कहा कि आप में से कुछ (विधायकों) के परिवार के सदस्यों ने मुझसे संपर्क किया और अपनी भावनाओं से अवगत कराया। मैं शिवसेना परिवार के मुखिया के रूप में आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं।
उन्होंने कहा कि परिवार के मुखिया के रूप में मैं आपको दिल की गहराइयों से कहता हूं कि भ्रम से छुटकारा पाने के लिए, इसका एक निश्चित रास्ता होगा, हम एक साथ बैठेंगे और इससे बाहर निकलने का रास्ता खोजेंगे। उन्होंने कहा कि किसी के गलत कामों के झांसे में न आएं, शिवसेना ने आपको जो सम्मान दिया है, वह कहीं नहीं मिल सकता। अगर आप आगे आकर बोलेंगे तो रास्ता निकल जाएगा।
ठाकरे ने कहा कि शिवसेना पार्टी प्रमुख और परिवार के मुखिया के रूप में, मैं अभी भी आपके बारे में चिंतित हूं। अंदर आओ, एक नज़र डालें और आनंद लें।
गौरतलब है कि राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विद्रोहियों ने खुले तौर पर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ संबंध तोड़ने तथा भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की मांग करते हुए कहा कि यह शिवसेना का स्वाभाविक गठबंधन सहयोगी है। शिंदे का दावा है कि उनके साथ निर्दलीय समेत करीब 50 विधायक हैं।
पिछले एक हफ्ते से दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।साथ ही, शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर कई बागी नेताओं के कार्यालयों में तोड़फोड़ की और राज्य भर में बागी विधायकों के पोस्टरों पर काली स्याही लगा दी, जबकि बागियों के समर्थक भी राज्य में अपने-अपने विधायकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।