उधमसिंह नगर। उत्तराखंड में उधमसिंह नगर पुलिस ने एक ऑनलाइन सैक्स रैकेट का भंडाफोड़ कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी गूगल पर स्कॉर्ट सर्विस के नाम पर नैनीताल और उधमसिंह नगर में काॅर्लगर्ल रैकेट का संचालन कर रहे थे।
आधुनिकीकरण के युग में सैक्स रैकेट का धंधा भी हाईटैक हो गया है। धंधेबाज अब गूगल पर वेबसाइट के माध्यम से सैक्स रैकेट चलाने में लगे हुए हैं।
उधमसिंह नगर के पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने मंगलवार को इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नैनीताल और उधमसिंह नगर क्षेत्र में लंबे समय से ऑनलाइन सैक्स रैकेट की शिकायत मिल रही थी। आरोपी गूगल के माध्यम से स्कॉर्ट सर्विस के नाम पर यह धंधा कर रहे थे। वेबसाइट पर दिये गये नंबरों से सौदा तय होता था।
ग्राहकों से ऑनलाइन ही पैसे का भुगतान भी किया जाता था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई। एसएसपी कुंवर के निर्देश पर विशेष अभियान समूह (एसओजी) एवं मानव तस्करी निरोधक इकाई (एएचटीयू) की एक टीम गठित की गई।
इसके बाद टीम ने बीती रात दिनेशपुर के जयनगर में एक घर में छापा मारकर दिलीप अधिकारी निवासी राधाकांत पुर, दिनेशपुर, बलराम मंडल निवासी जेल कैम्प, नंबर-4 शक्तिफार्म, सितारगंज, पूनम सक्सेना निवासी रवीन्द्र नगर, धोबीघाट, ट्रांजिट कैम्प, रीता सरकार निवासी बड़ा खेड़ा, रूद्रपुर को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
सैक्स रैकेट का मुख्य सरगना सूरज विश्वास निवासी लक्खीपुर, दिनेशपुर पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा। मौके से एक नाबालिग लड़की भी पकड़ी गई है। आरोप है कि उससे भी देह व्यापार करवाया जा रहा था।
बलराम मंडल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह वेबसाइट में दिए गए नंबरों से ग्राहकों से सौदा तय करते थे। साथ ही ऑनलाइन माध्यमों से खाते में पैसे मंगवाते थे और आधे-आधे में सौदा तय होता था।
रैकेट इतना सुनियोजित था कि इसके लिए आरोपियों ने दिलीप शिकारी नामक व्यक्ति को वेतन पर नियुक्त किया था और वही रैकेट का ऑनलाइन संचालन करता था। पुलिस को बलराम मंडल के खाते में पैसे के बड़ी मात्रा में आय-व्यय के तथ्य हाथ लगे हैं। पुलिस सैक्स रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है।