नई दिल्ली। वित्तीय संकट के कारण ढाई महीने से सेवाएं बंद कर चुकी निजी विमान सेवा जेट एयरवेज के कर्मचारी राष्ट्रीय कंपनी कानून प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई समाधान प्रक्रिया में आदि समूह के साथ मिलकर बोली लगाएंगे।
जेट एयरवेज के विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों के संगठनों तथा आदि समूह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में एक संयुक्त प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।
जेट एयरवेज को ऋण देने वाले बैंकों के कंसोर्टियम द्वारा शुरू की गई समाधान प्रक्रिया विफल रहने के बाद मामला एनसीएलटी में गया है और एनसीएलटी ने समाधान प्रक्रिया जल्द शुरू करने का आदेश दिया है।
आदि समूह के अध्यक्ष संजय विश्वनाथन ने कहा कि जेट एयरवेज दुनिया की प्रतिष्ठित एयरलाइंस में से एक है। इसलिए, कंपनी को वापस आसमान पर पहुंचाने के प्रयास में कर्मचारियों और प्रबंधन के साथ हमारी साझेदारी कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हमें उम्मीद है कि नागर विमानन महानिदेशालय, ऋणदाता बैंक और विमान लीज पर देने वाली कंपनियां जेट एयरवेज को दुबारा खड़ा करने की हमारी योजना को मजबूती देने में सहयोग करेंगे।
जेट एयरवेज के वरिष्ठ पायलट तथा भारतीय पायलट कल्याण सोसाइटी के महासचिव अश्विनी त्यागी ने कहा कि उनके लिए जेट एयरवेज एक परिवार है। हमें प्रसन्नता है कि जेट एयरवेज को दुबारा पटरी पर लाने की चुनौतिपूर्ण यात्री के लिए आदि समूह ने हमारे साथ साझेदारी की है।
जेट विमान रखरखाव अभियंता कल्याण संघ के अध्यक्ष आशिष मोहंती ने कहा कि हम आदि समूह के साथ मिलकर हमारी एयरलाइन में निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम कंपनी को दुबारा खड़ा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते और काम के माहौल तथा वेतन के भुगतान में भी समझौता करने के लिए तैयार हैं।