नई दिल्ली। ब्रिटेन के केन्द्रीय गृह विभाग ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 13,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए भारत की अर्जी को प्रमाणित कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को एक वक्तव्य जारी कर इस बात की जानकारी दी।
भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत उसके खिलाफ वारंट जारी कराने के लिए लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में जिला न्यायाधीश के समक्ष दस्तावेज दाखिल किए जा रहे हैं। अदालत की ओर से जारी वारंट पर स्कॉटलैंड यार्ड (पुलिस विभाग) आगे की कार्रवाई करेगा।
ब्रिटेन के अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि अगले कुछ सप्ताह में नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है। उसके बाद प्रत्यर्पण अनुरोध पर आगे की कार्रवाई होगी। भारत की ओर से जुलाई 2018 में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया था।
पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी का भी नाम है। ब्रिटेन के अखबार द डेली टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक नीरव मोदी लंदन के वेस्ट एंड इलाके में एक आलीशान अपार्टमेंट में रह रहा है जिसकी कीमत करीब 73 करोड़ रुपए है जिसका मासिक किराया 17 हजार पौंड आंका गया है।
टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार नीरव मोदी तीन बेडरूम वाले एक फ्लैट में रह रहा है। यह फ्लैट उस इलाके की प्रसिद्ध बहुमंजिली इमारत सेंटर प्वाइंट टॉवर के एक तल पर आधे हिस्से में बना है।
भारतीय एजेंसियों ने नीरव मोदी के बैंक खातों को सीज कर दिया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है। एक दिन पहले ही महाराष्ट्र में किहिम समुद्र तट पर बने नीरव मोदी के बंगले को ध्वस्त किया गया है।