नई दिल्ली। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ भारत का राजनीतिक समर्थन मांगा।
जेलेंस्की ने अपने देश की स्थिति के बारे में मोदी को जानकारी देते हुए कहा कि यूक्रेन की धरती पर 1,00,000 से अधिक आक्रमणकारी घुस आए हैं और वह इमारतों पर घात लगाकर हमले कर रहे हैं। जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी से यूक्रेन पर रूस के हमले काे मिलकर रूकवाने का आह्वान किया है।
उन्होंने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। हमले को नाकाम करने के उपाय की जानकारी दी। हमारी सरजमीं पर 1,00,000 से अधिक हमलावर घुस आये हैं। वह घात लगाकर इमारतों पर हमले कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में राजनीतिक समर्थन देने का आग्रह किया। आइए हमले को मिलकर रोकें।
यूक्रेन के हजारों शरणार्थी पहुंचे पोलैंड
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद युद्ध क्षेत्र से बाहर जाने वाले शरणार्थी की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जब से अक्रमण शुरू हुआ लगभग 1,00,000 शरणार्थी पोलैंड जा चुके हैं। पोलैंड बॉर्डर गार्ड एजेंसी ने यह जानकारी दी। एजेंसी के प्रवक्ता अन्ना मिशेलस्का ने बीबीसी से कहा कि शरणार्थियों का आवागमन तेजी से बढ़ रहा है।
शनिवार को स्थानीय समय सुबह 6 बजे से 20,000 से ज्यादा शरणार्थी आ चुके हैं। पोलैंड की सरकार ने वादा किया है कि यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र छोड़ने वाले किसी को भी देश में आने देगा और जिनके पास कहीं जाने के लिए नहीं है उनको अस्थायी तौर से रहने देगा।
पोलैंड आठ सीमा पार बिंदु पर शरणार्थी को पैदल सीमा पार करने की अनुमति दे रहा है, कार की कतार सीमा के निरीक्षण बिंदु की ओर बढ़ रही है। पहले पैदल चलने वालों को केवल एक बिंदु मेड्यका पार करने की अनुमति थी।
नौ स्वागत केंद्रों में जहां शरणार्थी आ रहे हैं उनको भोजन, चिकित्सा सहायता और सूचना मिलेगी-विद्यालय और जिम सीमा पार के बगल में बनाए गए हैं। इसके साथ ही प्रेज्मिस्ल ट्रेन स्टेशन के पास भी एक स्वागत केंद्र बनाया गया है।
डीपीआर में पांच नागरिकों की मौत, 15 घायल
यूक्रेन के सशस्त्र बलों द्वारा की गई गोलाबारी में डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) में पिछले 24 घंटों में पांच नागरिक मारे गए तथा 15 अन्य घायल हो गए। डीपीआर मिलिशिया के प्रवक्ता एडुआर्ड बसुरिन ने शनिवार को यह जानकारी दी। बसुरिन ने रूसी प्रसारक रोसिया-1 को बताया कि पिछले दिन में नागरिक आबादी पर हुए हमले में पांच लोग मारे गए हैं तथा अन्य 15 घायल हुए हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार को रूस ने यूक्रेन की सेना की आक्रामकता का मुकाबला करने में मदद के लिए डोनेट्स्क और लुहान्स्क लोगों के गणराज्यों के आह्वान का जवाब देते हुए यूक्रेन को विसैन्यीकरण और नाजीवाद को हटाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि विशेष अभियान केवल यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर शुरू किया गया है। इससे नागरिक ठिकानों को खतरा नहीं है। रूस ने कहा कि यूक्रेन पर कब्जा करने की उसकी कोई योजना नहीं है।
रूस को भारी नुकसान हुआ: यूक्रेन
यूक्रेन ने गुरुवार से शुरू हुए युद्ध में रूस के 14 विमान, आठ हैलीकॉप्टर, 102 टैंक, 536 बीबीएम, 15 भारी मशीनी गन और एक बीयूके मिसाइल को मार गिराया है। सशस्त्र बलों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि क्रेमलिन ने अपने 3500 सैनिकों को खो दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गुरुवार सुबह पांच बजे हमले की घोषणा की थी।
रूसी सैनिकों के यूक्रेन में हवाई क्षेत्रों और सैन्य डिपो, नागरिकों ठिकानों पर हवाई हमले जारी है। रूस सैनिकों ने हवाई हमलों में यूक्रेन के सुमी, पोल्टावा, मारियुपोल और कीव शहरों को निशाना बनाया गया। काला सागर से रूस ने पूरे यूक्रेन में क्रूज मिसाइलें दागीं। रूस का हवाई हमला बेलारूस से शुरू हुआ और क्रीमिया पर कब्जा कर लिया।