मास्को । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्स (आईएनएफ) संधि को छो़डकर अमेरिका हथियारों की होड़ को बढ़ावा दे रहा है।
रूस की समाचार एजेंसी ‘तास’ के मुताबिक, पेस्कोव ने बुधवार को कहा,“यह बहुत ही खतरनाक स्थिति है। वास्तव में, यह अमेरिका का हथियारों की होड़ शुरू करने और सैन्य संभावनाओं को बढ़ाने का इरादा है। यह विश्व को असुरक्षित जगह बना देगा।”
पेस्कोव ने बताया कि पुतिन ने भी कहा है कि इस संदर्भ में हम निश्चित रूप से अपने राष्ट्रीय हितों और रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा को सबसे पहले एवं महत्वपूर्ण मानेंगे। व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जॉन बोल्टन और श्री पुतिन के बीच मंगलवार को हुई बातचीत के बारे में श्री पेस्कोव ने बताया कि अमेरिकी पक्ष ने आईएनएफ संधि छोड़ने की प्रक्रिया को औपचारिक रूप देने का फैसला कर लिया है।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हमें क्या करना चाहिए, इस पर ध्यान दिया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 अक्टूबर को कहा था कि रूस ने कथित तौर पर आईएनएफ संधि का उल्लंघन किया है जिसकी वजह से अमेरिका इस संधि से पीछे हटेगा।
आईएनएफ संधि ने परिचालन और गैर-परिचालन मध्यम दूरी (1,000-5,500 किलोमीटर) और कम दूरी (500-1,000 किलोमीटर) तक जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों को हटा दिया था। इस संधि के तहत सोवियत संघ ने 1,846 मिसाइलों जबकि अमेरिका ने 846 मिसाइलों को हटा दिया था।
गौरतलब है कि आईएनएफ संधि पर वाशिंगटन में आठ दिसंबर 1987 को हस्ताक्षर किए गए थे और यह एक जून 1988 से लागू हुयी थी। वर्ष 1992 में सोवियत संघ के विघटन के बाद बेलारूस, कजाखिस्तान और यूक्रेन भी इस संधि से जुड़ गए थे।