चंडीगढ़। पटियाला की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से आम आदमी पार्टी का असली चेहरा सबके सामने आया है और इनका पंजाब के प्रति उद्देश्य भी उजागर हो गया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने आज पत्रकारों से कहा कि कड़ी मेहनत से हासिल की गई पंजाब की शांति को किसी भी हाल में भंग नहीं होने दिया जाएगा और राष्ट्र विरोधी ताकतों को पंजाबियत से परास्त किया जाएगा।
यह गंभीर चिंता का विषय है कि इतनी बड़ी घटना को होने दिया गया। पिछले कुछ दिनों से तनाव चल रहा था और राज्य सरकार और प्रशासन को किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए सतर्क रहना चाहिए था। एक राज्य जो आतंकवाद के लंबे दौर से गुजरा है, वहां धार्मिक भावनाओं को भड़काने और राज्य के सदभाव को बिगाड़ने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कठपुतली हैं और पंजाब के प्रति ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं जिनके दूरगामी परिणाम होंगे। पंजाब को दिल्ली की केजरीवाल सरकार के हवाले किया जा रहा है। हम आतंकवाद के भयावह दौर से गुजरे हैं और अपने देश में किसी भी राष्ट्र विरोधी ताकत के नापाक मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे।
उनके अनुसार आम आदमी पार्टी का झुकाव राष्ट्र विरोधी ताकतों की तरफ है और पन्नू एक खालिस्तानी विचारधारा वाला व्यक्ति है, जो पिछले कुछ दिनों में बहुत मुखर हो रहा है। यह ध्यान देने योग्य है कि दो महीने से भी कम समय में कुछ राष्ट्र विरोधी और अराजकता फ़ैलाने तत्वों ने वहां आवाज उठानी शुरू कर दी है, जो कि एक सीमावर्ती राज्य में गंभीर चिंता का विषय है। मान तथा उनका प्रशासन स्थिति का आकलन करने में बुरी तरह विफल रहे हैं और जब तनाव बढ़ रहा था तो ये सभी आंखें मूंद कर बैठे थे।
शर्मा ने कहा कि किसी को भी किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने और अत्यंत संवेदनशील माहौल बनाने का अधिकार नहीं है। भाजपा पंजाब में सद्भाव और शांति के लिए खड़ी है। हम किसी भी तरह की गुंडागर्दी नहीं होने देंगे।
मान कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए ठोस कदम उठाएं:शिअद
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को पटियाला में हुई झड़प की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए पंजाबियों से हर कीमत पर शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपनी जिम्मेदारियों को वहन करने और कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने की अपील की। शिअद के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार समय पर कार्रवाई करे, आप सरकार पटियाला में अशांति की घटनाओं को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। यह कानून-व्यवस्था की स्थिति के पूरी तरह से ध्वस्त होने का उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि आप सरकार ने अग्रिम चेतावनी के बावजूद निर्णायक कार्रवाई नहीं की। अब भी राज्य को व्यवस्थित करने के बजाय, इसके प्रवक्ता विपक्ष के साथ दोषारोपण में व्यस्त हैं। आप नेता एवं राज्यसभा सांसद राघव चड्डा ने तो यहां तक दावा किया है कि यह घटना अकाली दल और शिव सेना के बीच झड़प का नतीजा है। इस तरह के आरोप निंदनीय हैं और संकेत देते हैं कि आम आदमी पार्टी ने अतीत से कोई सबक नहीं सीखा है और दुर्भाग्यपूर्ण झड़पों का राजनीतिकरण कर रही है।
डॉ. चीमा ने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य में इस तरह की साम्प्रदायिक झड़प हुई है। पंजाबियों ने हमेशा बहुत ही मुश्किल समय में भी हमेशा साम्प्रदायिक सदभाव बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि पूरी तरह से प्रशासनिक व्यवस्था चरमराने के कारण स्थिति बदतर हो गई है।
पिछले एक महीने से राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री गहरी नींद से जाग जाएं। उन्हें इस बात का अहसास होना चाहिए कि सरकारें विपक्ष के खिलाफ दुष्प्रचार और घटिया अभियानों से नहीं चलती हैं। मुख्यमंत्री को घटना के पीछे के कारणों की जांच करनी चाहिए, जिसमें इंटेलीजेंस विभाग की विफलता भी शामिल है।
अकाली नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री तुरंत पटियाला में एक शांति कमेटी गठित करें ताकि यह ऐसी घटना दोबारा न हो यह सुनिश्चित किया जा सकें। इसमें शामिल सभी व्यक्तियों के बीच वास्तविक सामंजस्य सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए।