मुंबई। बजट में उम्मीद के अनुरूप घोषणाएं न होने से निवेशकों में आज भारी निराशा देखी गई और भारीत बिकवाली के बीच निवेशकों को 3.46 लाख करोड़ रुपए की चपत लगी।
सुबह हरे निशान में खुलने वाला बीएसई का सेंसेक्स 988 अंक यानी 2.43 प्रतिशत का गोता लगाते हुए 39,735.53 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 318.30 अंक यानी 2.66 प्रतिशत लुढ़ककर 1,643.80 अंक पर बंद हुआ जो तीन महीने से ज्यादा का निचला स्तर है।
चौतरफा बिकवाली के बीच आईटी और टेक क्षेत्र की कंपनियों के शेयर बढ़त में रहे। रियलिटी समूह के सूचकांक में आठ फीसदी, पूँजीगत वस्तुओं में पौने पांच फीसदी और इंडस्ट्रियल्स तथा वित्त समूहों में चार फीसदी की गिरावट देखी गई। धातु, बैंकिंग और बुनियादी वस्तुओं में तीन से साढ़े प्रतिशत के बीच की गिरावट रही।
मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 2.21 प्रतिशत टूटकर 15,119.65 अंक पर और स्मॉलकैप 2.20 फीसदी की गिरावट में 14,344.70 अंक पर आ गया।
बजट के लिए आज शनिवार होने के बावजूद विशेष रूप से शेयर बाजार में कारोबार हुआ। इस दौरान अंधाधुंध बिकवाली के दबाव में बीएसई का बाजार पूंजीकरण 3,46,256.76 करोड़ रुपए यानी 2.21 प्रतिशत घट गया। शुक्रवार को बाजार बंद होते समय कुल पूंजीकरण 1,56,50,981.73 करोड़ रुपए रहा था जो आज घटकर 1,53,04,724.97 करोड़ रुपए रह गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में आईटीसी के शेयर सात प्रतिशत लुढ़क गए। एलएंडटी और एचडीएफसी में छह-छह प्रतिशत और भारतीय स्टेट बैंक में करीब पाँच फीसदी की गिरावट रही। वहीं, देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के शेयर में 4.13 प्रतिशत की तेजी रही।
सेंसेक्स 29.69 अंक चढ़कर 40,753.18 अंक पर खुला और बजट से पहले उम्मीदों के बल पर 40,905.78 अंक तक पहुंच गया। लेकिन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जैसे-जैसे बजट भाषण पढ़ती गईं बाजार में बिकवाली बढ़ती गई। बजट पेश होने के बाद एक समय यह करीब 1,100 अंक लुढ़ककर 39,631.24 अंक तक उतर गया था। अंत में यह पिछले दिवस की तुलना में 987.96 अंक नीचे 39,735.53 अंक पर बंद हुआ। यह 29 अक्टूबर 2019 के बाद का निचला स्तर है।
बीएसई में कुल 2,461 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,724 के शेयर लाल निशान में और 611 के हरे निशान में रहे। सेंसेक्स के विपरीत निफ्टी 23.10 अंक की गिरावट में 11,939 अंक पर खुला। इसका दिवस का उच्चतम स्तर 12,017.35 अंक और निचला स्तर 11,633.30 अंक रहा। अंत में शुक्रवार की तुलना में 318.30 अंक नीचे 11,643.80 अंक पर बंद हुआ जो 27 अक्टूबर 2019 के बाद का निचला स्तर है। निफ्टी की 50 में से 43 कंपनियों के शेयर गिरावट में और सात के बढ़त में रहे।
बीएसई के समूहों में रियलिटी का सूचकांक 7.82 प्रतिशत, पूँजीगत वस्तुओं का 4.79, इंडस्ट्रियल्स का 3.94, वित्त का 3.80, धातु का 3.50, बैंकिंग का 3.20 और बुनियादी वस्तुओं का 3.09 प्रतिशत लुढ़क गया।
अन्य समूहों में बिजली में 2.99 प्रतिशत, तेल एवं गैस में 2.59, ऑटो में 2.47, सीडीजीएंडएस में 2.44, यूटिलिटीज में 2.41, ऊर्जा में 2.33, एफएमसीजी में 2.25 और टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद में 1.19 प्रतिशत की गिरावट रही।
आईटी समूह में 1.41 प्रतिशत और टेक में 1.08 प्रतिशत की तेजी रही। सेंसेक्स की कंपनियों में आईटीसी के शेयर 6.97 प्रतिशत, एलएंडटी के 5.98, एचडीएफसी के 5.87, भारतीय स्टेट बैंक के 4.83, ओएनजीसी के 4.18, आईसीआईसीआई बैंक के 4.01 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक के 3.81, महिंद्रा एंड महिंद्रा के 3.50, टाटा स्टील के 3.45, एनटीपीसी के 3.28, अल्ट्राटेक सीमेंट के 3.26 और एक्सिस बैंक के 3.24 प्रतिशत लुढ़क गए।
सनफार्मा के शेयर 2.63 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक के 2.45, पावरग्रिड के 2.30, एचडीएफसी बैंक के 2.18, एशियन पेंट्स के 2.16, बजाज फाइनेंस के 2.09, हीरो मोटोकॉर्प के 2.08, रिलायंस इंडस्ट्रीज के 2.01, मारुति सुजुकी के 1.53, बजाज ऑटो के 1.24, टाइटन के 1.17 और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के 0.08 प्रतिशत की गिरावट में रहे।
मुनाफे में रहने वाली कंपनियों में टीसीएस के शेयर 4.13 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलिवर के 1.94, नेस्ले इंडिया के 1.68, टेक महिंद्रा के 1.52, इंफोसिस के 0.50 और भारती एयरटेल के 0.13 प्रतिशत चढ़े।