नई दिल्ली। सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट में रक्षा क्षेत्र में मामूली बढोतरी करते हुए कुल चार लाख 78 हजार 195. 62 करोड़ रूपए का आंवटन किया है जबकि पिछले वर्ष यह राशि चार लाख 71 हजार 378 करोड़ रूपए थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि रक्षा क्षेत्र के लिए कुल 4 लाख 78 हजार 195. 62 करोड़ रूपए का आवंटन किया गया है। इसमें से तीन लाख 37 हजार 961.49 करोड़ रूपए राजस्व के लिए तथा एक लाख 40 हजार 234.13 करोड़ रूपए पूंजीगत व्यय के लिए आवंटित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि रक्षा बजट का एक लाख 15 हजार 850 करोड़ रूपए का हिस्सा पेंशन के लिए होगा। कुल बजट में करीब सात हजार करोड रूपए की मामूली बढोतरी की गई है। यदि पेंशन के लिए आवंटित राशि को हटा दिया जाए ताे रक्षा क्षेत्र के लिए बजट केवल तीन लाख 63 हजार करोड़ रूपए के आस पास बचता है।
चीन के साथ पिछले दस महीने से भी अधिक समय से चले आ रहे गतिरोध को देखते हुए यह माना जा रहा था कि रक्षा क्षेत्र के लिए बजट में अच्छा खासा प्रावधान किया जाएगा लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए इसे अधिक नहीं बढाया गया है। इससे रक्षा खरीद और सेनाओं के आधुनिकीकरण पर असर पड़ने की संभावना है।