जयपुर। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं सांसद सुशील मोदी ने केन्द्रीय बजट को जनकल्याणकारी एवं सर्वसमावेशी बताते हुए कहा है कि इसमें आम आदमी, मध्यम वर्ग, गरीब कल्याण, सुरक्षा, किसान, आत्मनिर्भर नौजवान, जनजाति इन तमाम वर्गों का खासतौर पर ध्यान दिया गया हैं।
मोदी केन्द्रीय बजट 2023-2024 को लेकर भाजपा राजस्थान प्रदेश मुख्यालय पर आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार का जनकल्याणकारी-सर्वसमावेशी बजट पेश हुआ, उसमें इस बात की परछाई साफ दिखती है। निर्माण कार्यों एवं आधारभूत ढांचे में 13 लाख 70 हजार करोड़ प्रतिवर्ष खर्च किया जाएगा। आज भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है, 563 लाख करोड़ के विदेश मुद्रा बाजार के कारण इस समय विदेशी मुद्रा के मामले में चौथा नंबर का देश भारत बना है।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय बजट 2023-2024 से साफ दिखता है यह सर्व समावेशी है, जिसमें खास तौर पर मध्यमवर्ग को टैक्स की सीमा सात लाख करना, इस बजट के बारे में कह सकते हैं कि इसमें मध्यम वर्ग, आम आदमी, गरीब कल्याण, सुरक्षा, किसान, आत्मनिर्भर नौजवान, जनजाति इन तमाम वर्गों का खासतौर पर ध्यान दिया गया है।
देश में बुनियादी विकास के लिये बहुत सारी बातें कहीं जाती थीं, लेकिन यहां सामान्य इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर जो बाकी बुनियादी सुविधाएं थीं, उस पर ध्यान कम होता था, राजनीति स्लोगन से चलती थी या इमोशन से, लेकिन 2014 से 2023 के इस कालखंड में हमने देखा कि किस तरीके से अर्थव्यवस्था आम आदमी की पहुंच में आई है।
मोदी ने कहा कि जो मोटा अनाज है, जो मिलेटस हैं, वह लोगों के पोषण की ताकत तो बनेंगे ही, साथ ही रोजगार के अवसर भी बढेंगे, बड़े स्तर पर एक्सपोर्ट के अवसर भी खुलेंगे। देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन की योजना यथावत रहेगी। जो इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स है, इस नाते मोटे अनाज को प्राथमिकता मिले और श्री अन्न योजना के जरिए भारत में जितने हमारे मोटे अनाज हैं, उसका उत्पादन ज्यादा होता है, निर्यात करते ही हैं, तो इस योजना के जरिए देश दूसरा बड़ा उत्पादक देश बना है।
उन्होंने कहा कि देश के तीन करोड़ से ज्यादा आवासहीन लोगों को आवास की सुविधा मिलती है, 47 करोड़ लोगों को जनधन खाते के जरिए संबल मिला है, वो काबिले तारीफ है जो मील का पत्थर है। देश की सुरक्षा के प्रति सावधानी और इसको और ज्यादा सुरक्षित एवं अभेद्य करना, इस नाते 5 लाख 94 हजार करोड़ का बजट सिर्फ सुरक्षा के उपायों के लिए हुआ है, यह बड़ा क्रांतिकारी कदम है, जो देश को केवल आर्थिक ही नहीं, सामरिक रूप से भी सुरिक्षत एवं मजबूत करने में कामयाब होगा। 1.25 लाख करोड़ का बजट जो किसानों के कल्याण के लिए समर्पित हुआ, इसी तरीके से 2.50 लाख करोड़ का बजट जो देश की लाइफलाइन रेलवे, उसके लिये प्रावधान करना, यह अपने आपमें मायने रखता है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का विशेष ध्यान और जोर इस बात पर है कि आत्मनिर्भर बनते हुए आर्थिक तरक्की को रोजगार से जोड़कर कार्य करें, जो तेजी से धरातल पर मूर्त रूप ले रहा है। इसके बाद उन्होंने इंद्रलोक ऑडिटोरियम में प्रबुद्धजनों से बजट पर संवाद भी किया।