अहमदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री तथा गांधीनगर के लोकसभा सांसद अमित शाह ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय तथा गुजरात सरकार के मार्ग और मकान विभाग के सहयोग से अहमदाबाद में 71 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित दो फ्लाईओवर का आज ई- लोकार्पण किया।
इस मौक़े पर अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि गुजरात में कोरोना के समय में भी विकास की गति अवरुद्ध नहीं हुई है। राज्य में बिजली की खपत कोरोना से पहले के समय जितनी हो गई है। यही नहीं, गुजरात आने वाले दिनों में पहले जितनी जीडीपी की दर को प्राप्त कर लेगा।
यहां सिंधु भवन चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरखेज-गांधीनगर और चिलोड़ा का निर्माणाधीन छह लेन रोड अहमदाबाद और गांधीनगर के सबसे तेजी से विकसित हो रहे इलाकों से गुजरता है। वह जिस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, 90 फीसदी मार्ग वहां से होकर गुजरता है।
शाह ने कहा कि गुजरात को जब कभी जरूरत पड़ेगी, तब केंद्र सरकार चट्टान की भांति गुजरात सरकार के साथ खड़ी रहेगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इन दो फ्लाईओवर के साथ इस मार्ग पर और भी फ्लाईओवर बनेंगे। 50 किलोमीटर के इस मार्ग पर एक भी ट्रैफिक सिग्नल नहीं होगा, जिससे ट्रैफिक बिना किसी रोकटोक के आगे निकल सकेगा। इस तरह की सुविधा देश में नोएडा के बाद पहली बार गुजरात में स्थापित हुई है।
इस मौक़े पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात के महत्वपूर्ण राजमार्ग राजकोट-गांधीनगर को छह लेन बनाने के पहले चरण में दो फ्लाईओवर का लोकार्पण आज किया गया है। उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि कि वर्ष 2016-17 में मार्ग और मकान मंत्री के रूप में इस परियोजना का विचार उन्हें आया था। अहमदाबाद जितना ही महत्व राजकोट का भी है।
2016-17 में राजकोट-अहमदाबाद हाईवे को छह लेन बनाने का कार्य 2 हजार करोड़ रुपए की लागत से शुरू किया था जिसका 60 से 70 फीसदी हिस्सा पूरा हो चुका है। सरखेज से चिलोड़ा का मार्ग भी 850 करोड़ रुपए के खर्च से पूरा होने की तैयारी में है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 147 पर सरखेज से गांधीनगर होते हुए चिलोड़ा के कुल 44 किलोमीटर लंबे मार्ग को 4 लेन से 6 लेन में रुपांतरित करने तथा इस मार्ग पर आने वाले चौराहों पर 11 फ्लाईओवर बनाने का कार्य केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
245 मीटर लंबा सिंधु भवन चार रास्ता फ्लाईओवर 35 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित हुआ है वहीं, 240 मीटर लंबा साणंद जंक्शन फ्लाईओवर 36 करोड़ रुपए के खर्च से बना है।