सतना । केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति ने आज मध्यप्रदेश के सतना जिले से अगवा कर मार दिए गए दो मासूम बच्चों के परिजन से मुलाकात की।
निरंजना ज्योति आज बच्चों के घर पहुंची और परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आरोपियोंं को जल्द सजा दिलाने के भी प्रयास कराए जाएंगे।
इस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मामले में पुलिस की लापरवाही प्रदर्शित हुई है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर भी सवालिया निशान लगाए। इसके पहले आज सतना में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी नेताओं और कार्यकर्ता ने मौन जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया।
सतना जिले के चित्रकूट से 12 फरवरी को कट्टे की नोंक पर अपहरणकर्ताओं ने एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले दो मासूम छात्राें श्रेयांश व प्रियांश का अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के तेरह दिनों बाद कल उनके शव मिलने की घटना के मद्देनजर चित्रकूट में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है। वहीं फिरौती के लिए अपहरण की इस घटना के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें से एक मुख्य आरोपी चित्रकूट का और शेष पांच उत्तरप्रदेश के बांदा तथा हमीरपुर जिले के निवासी हैं।
आरोपियों ने फिरौती के रूप में बीस लाख रूपए की रकम भी 20 फरवरी को हासिल कर ली थी, इसके बावजूद बच्चों की निर्मम तरीके से हत्या कर शवों को पड़ाेसी उत्तरप्रदेश के बांदा जिले के बबेरू क्षेत्र में यमुना नदी में फेंक दिया था। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि आरोपियों को शक हाे गया था कि बच्चों ने उनमें से एक चित्रकूट निवासी पद्म शुक्ला को पहचान लिया है। इस वजह से उन्होंने बच्चों को निमर्म तरीके से नदी में डुबो कर मार डाला।