जयपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पं दीनदयाल उपाध्याय के जीवन से राष्ट्र के प्रति समर्पण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
गडकरी आज धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 106वीं जयंती पर दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति की ओर से किया गया।
उन्होंने कहा कि सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रुप से पिछडे दरिद्र नारायण को परमेश्वर मानकर उनका उत्थान करेंगे उस दिन पं. उपाध्याय का अंत्योदय का विचार साकार हो सकेगा।
गडकरी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि मेरे जीवन का सबसे बड़ा काम आदमी द्वारा आदमी ढोने वाली प्रथा बन्द कर ई रिक्शा चलवाकर दीनदयाल जी के विचार को साकार किया है। दीनदयाल का उद्देश्य गांव एवं कृषि को समृद्ध करना था। वे भारत को विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना चाहते थे, जिसकी ओर हम निरन्तर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि हम दीनदयाल के मातृभूमि को शक्ति और सामर्थ्य सम्पन्न बनाने के सपने को साकार करेंगे। गडकरी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक धानक्या विषयक पुस्तक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान के क्षेत्र संघचालक, डॉ. रमेश अग्रवाल ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय स्वतंत्रत भारत के महानायकों में से एक हैं। उन्होंने एक प्रवासीय यायावर का जीवन जिया। उन्होंने मोतिहारी की यात्रा का वर्णन किया जिसमे दीनदयाल की ईमादारी का उदहारण दिया। उन्होंने कहा कि सच मायने में दीनदयाल ने राष्ट्रवाद को परिभाषित किया।