चेन्नई। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को मानव अंग प्रत्यारोपण के परिवहन को लेकर बहुउद्देशीय अस्पताल एमजीएम हेल्थकेयर चेन्नई में देश की पहली ‘प्रोटोटाइप’ ड्रोन तकनीक का अनावरण किया।
इस पर अवसर पर अस्पताल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ के आर बालकृष्णन को कार्डियक साइंसेज के अध्यक्ष, निदेशक, इंस्टीट्यूट ऑफ हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांट एंड मैकेनिकल और उनकी टीम को 500 से अधिक फेफड़ों का सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण करने पर सम्मानित किया। श्री गड़करी ने दिल्ली से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में कहा कि एमजीएम हेल्थकेयर ने प्रत्यारोपण के लिए अंगों को ले जाने के लिए ड्रोन का उपयोग करने के नये दृष्टिकोण की खोज है।
उन्होंने कहा कि राजमार्गों के निर्माण ने चेन्नई-बेंगलूरु जैसे विभिन्न शहरों के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर दिया है जिससे प्रत्यारोपण सर्जरी के लिए मानव अंगों के त्वरित और तेज परिवहन में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि ड्रोन के उपयोग से हवाई अड्डे से अंगों को ले जाने के कम समय लगेगा और काफी मददगार साबित होगी।
इस अवसर पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने प्रोटोटाइप की सराहना करते हुए कहा इससे अधिक लोगों की जान बचाने का मार्ग प्रशस्त करेगा और वह इसे बनाने और जल्द शुरु करने लिए सभी तरह का समर्थन देंगे।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए एमजीएम हेल्थकेयर अस्पताल के निदेशक प्रशांत राजगोपालन ने कहा कि चेन्नई हवाई अड्डे से अंगों को लाने के लिए ड्रोन के उपयोग की संभावना तलाशा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में अंगों को हवाई अड्डे से सड़क मार्ग द्वारा ले जाया जाता है और पुलिस विभाग के सहयोग से ग्रीन कॉरिडोर बनाने में जनता को कुछ असुविधा होती है। ड्रोन के जरिए अंगों को ले जाने में समय कम लगेगा और समय पर अंग प्रत्यारोपण हो पायेगा।