नई दिल्ली। अल्पसंख्यक मामलों में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। उनका राज्यसभा कार्यकाल खत्म होने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की कैबिनेट बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्रियों मुख्तार अब्बास नकवी और राम चंद्र प्रसाद सिंह के देश और लोगों के योगदान की सराहना की। सूत्रों के मुताबिक आज हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्तार अब्बास नकवी के कामकाज की तारीफ की।
बतादें कि राज्यसभा सांसद के रूप में मुख्तार अब्बास नकवी और राम चंद्र प्रसाद सिंह का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त होने जा रहा है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में दोनों केंद्रीय मंत्रियों के कामों की सराहना की गई। यह उनकी आखिरी कैबिनेट बैठक थी।
सूत्रों ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को सौंपा। कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद नकवी ने यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। भाजपा के वरिष्ठ नेता नकवी राज्यसभा के उपनेता भी हैं। जबकि, राम चंद्र प्रसाद सिंह जद (यू) कोटे से मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं।
हाल ही में हुए राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा ने उन्हें कहीं से उम्मीदवार नहीं बनाया था। तब से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें एनडीए का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार या फिर किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बना सकती है।
प्रयागराज में जन्मे नकवी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल की। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय देश में आपातकाल घोषित होने पर उन्हें जेल में रहना पड़ा था। नकवी कभी इंदिरा गांधी को चुनाव में हराने वाले समाजवादी नेता राजनारायण के करीबी थे और उनके प्रभाव में सोशलिस्ट हुआ करते थे। बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए। वे दो किताबें स्याह और दंगा भी लिख चुके हैं।