नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल बलात्कार के मामलों को लेकर राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं जबकि ऐसे मामलों को उत्पीड़न की नजर से देखा जाना चाहिए और इन्हें धार्मिक रंग देने के बजाय बिना किसी हस्तक्षेप के दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
भाजपा की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लड़की और महिला किसी जाति या धर्म की नहीं होती हैं। भाजपा यौन उत्पीड़न के मामलों में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के खिलाफ है अैर ऐसे मामलों में कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के उन्नाव की घटना की चर्चा करते हुए कहा कि यह मामला दस माह पहले का है। इस मामले से संबंधित युवती ने पहले दों लोगों पर अगवा करने का आरोप लगाया था। यह युवती पिछले 11 जून को घर से लापता हो गई थी और 21 जून को वापस लौटी।
इसके अगले दिन पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष उसका बयान कराया जिसमें उसने कई लोंगों के नाम बताये लेकिन भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नाम नहीं लिया।
लेखी ने बताया कि पीड़िता ने जून-जुलाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा जिसमें भाजपा विधायक पर बलात्कार का आरोप लगाया। इसके बाद विधायक ने 30 अक्टूबर को पीड़िता पर मानहानि का मामला दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि 22 फरवरी को उन्नाव की एक अदालत में एक व्यक्ति पर पीड़िता को विधायक के घर ले जाने का आरोप लगाया गया था।