श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर में केंद्रीय कारागृह में एक बंदी से दो बंदियों द्वारा अप्राकृतिक दुष्कर्म किए जाने की घटना उजागर हुई है।
घटना में एक और बंदी भी शामिल बताया गया है। तीन बंदियों के विरुद्ध पीड़ित बंदी द्वारा अदालत में दायर किए गए इस्तगासा के आधार पर कोतवाली में कल देर रात को मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुरानी आबादी निवासी यह पीड़ित बंदी पिछले काफी समय से एनडीपीएस और ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के एक मामले में जेल में बंद है। उसने अदालत में दायर के इस्तगासा में अमन और धर्मपाल नामक दो बंदियों पर विगत 11 मार्च को केंद्रीय कारागृह के शौचालय में बारी-बारी से अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है।
पीड़ित बंदी ने बताया कि धर्मपाल जेल में लांगरी का काम करता है। अमन, धर्मपाल और प्रवीण बंदियों ने 11 मार्च की दोपहर को उसे चाय पिलाई। चाय में कोई नशीला पदार्थ था, जिसके पीने से वह अर्द्ध मूर्छित हो गया।
फिर उसे यह बंदी शौचालय की तरफ बीड़ी पिलाने के बहाने से ले गए। प्रवीण निगरानी करता रहा। अमन एवं धर्मपाल ने दुष्कृत्य किया। पूरी तरह होश में आने पर उसे अपने साथ हरकत का पता चला। पुलिस ने बताया कि अदालत से प्राप्त इस्तगासा के आधार पर धारा 377 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।