नयी दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू कश्मीर को लेकर संविधान के अनुच्छेद 370 एवं धारा 35 ए को समाप्त करने को लेकर पाकिस्तान एवं देश विरोधी ताकतों के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए पिछले माह देश में 600 से अधिक कार्यक्रम किये और पांच लाख से अधिक बुद्धिजीवियों से सीधा संपर्क स्थापित किया जिसमें उन्हें अभूतपूर्व जनसमर्थन प्राप्त हुआ है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और धर्मेन्द्र प्रधान ने पार्टी के मुख्यालय में आज एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश एवं निजी हितों को देश हित से ऊपर समझने वाले लोगों के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए जनजागरण अभियान शुरू किया गया था ताकि लोगों में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 एवं 35 ए को हटाने को लेकर ठीक संदेश जाए। उन्हें बताया जाए कि एक ऐतिहासिक भूल को सुधारने के लिए मोदी सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिया और साहसिक कदम उठाया है।
शेखावत ने कहा कि जनजागरण अभियान में पार्टी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अभूतपूर्व जनसमर्थन प्राप्त हुआ है। सरकार एवं पार्टी के अनुमान एवं विश्वास की पुष्टि हुई है। लोगों ने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री की भूरि भूरि प्रशंसा करने के साथ ही आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अभियान में यह महसूस किया गया कि देशभर में एक राष्ट्र भावना का उदय हुआ है और कश्मीर देश का अभिन्न अंग है, इस विचार पर मुहर लगी है।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने तय किया था कि 35 महत्वपूर्ण नगरों में तथा 370 दूसरी एवं तीसरी श्रेणी के नगरों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिनमें से 34 बड़े नगरों और 350 दूसरी एवं तीसरी श्रेणी के नगरों में कार्यक्रम आयोजित किये गये। इनके अलावा 250 अन्य स्थानों पर भी कार्यक्रम हुए। इस प्रकार से 600 कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। कई स्थानों पर कश्मीर को लेकर प्रदर्शनी लगायी गयी और फिल्में भी दिखायीं गयीं। इसके अलावा कई तटस्थ एवं प्रख्यात हस्तियों ने भी अपने विचारों को प्रस्तुत किया।
प्रधान ने कहा कि प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में कम से कम पांच बुद्धिजीवियों से संपर्क किया गया और देश में कुल मिलाकर पांच लाख लोगों से संपर्क साधा गया। इसकी शुरुआत दो सितंबर को जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन से संपर्क के साथ हुई थी। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह एवं कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अलावा विभिन्न केन्द्रीय मंत्रियों, सांसदों, मुख्यमंत्रियों, राज्यों के मंत्रियों एवं विधायकों ने इस अभियान में भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस अभियान के सफल कार्यान्वयन से पड़ोसी देश एवं निहित स्वार्थी तत्वों के प्रयास निर्मूल हुए एवं सरकार के प्रति समर्थन का भाव जागृत हुआ।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात एवं कतर जैसे खाड़ी के प्रमुख मुस्लिम देशों का समर्थन नहीं मिला है। मुस्लिम देशों ने इसे भारत का आंतरिक मामला माना है और पाकिस्तान के रुख का समर्थन नहीं किया है।