कुशीनगर. उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्राें में 71 हजार से अधिक कुपोषित और 25 हजार से अधिक अति कुपोषित बच्चे पाए गए है। कुपोषित बच्चों के मामले में जिले के शहरी क्षेत्र में भी हालात बेहतर नहीं हैं। यहां कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की संख्या दो हजार के पास है।
जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है जिसके लिये बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग जल्द ही शबरी संकल्प योजना शुरू करने जा रहा है। इसके तहत कुपोषित बच्चों को पुष्टाहार दिया जाएगा। जिले में कुपोषित बच्चों का पता लगाने के लिए कुछ समय पहले विभिन्न क्षेत्रों में बच्चों का वजन किया गया था। इसके बाद समाने आए आंकड़े यह बताने के लिए काफी हैं कि कुपोषण के खिलाफ सरकारी जंग कमजोर पड़ रहा है।