( आगरा उत्तर प्रदेश के मूल निवासी प्रदीप शर्मा महाराष्ट्र में अगले महीने हो रहे विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं । शर्मा मुंबई की नालासोपारा सीट से शिवसेना की टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ सकते हैं ! )
इस खबर को लिखने से पहले मैं आपको 30 वर्ष पीछे लिए चलता हूं, मुंबई में एक बार मेरी भी उनसे हुई थी मुलाकात । 80, 90 के दशक में मुंबई में अंडरवर्ल्ड चरम पर था । हाजी मस्तान के निधन के बाद मुंबई में दाऊद इब्राहिम, अरुण गवली, छोटा राजन और भाई ठाकुर आदि की गैंगवार आए दिन सड़कों पर देखने को मिल रही थी, इससे महाराष्ट्र की विशेष तौर पर मुंबई की राजनीति, उद्योग जगत, फिल्म इंडस्ट्रीज भी भयग्रस्त हो चुकी थी। फिरौती, धमकी, चौथ वसूली आदि से परेशान महाराष्ट्र सरकार ने अंडरवर्ल्ड और गैंगस्टर को खत्म करने के लिए एक एनकाउंटर नीति बनाई ।
इस नीति को अमली जामा आगरा, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी प्रदीप शर्मा और कर्नाटक के सब इंस्पेक्टर दया नायक ने पहनाया । 100 से ज्यादा गैंगस्टरों को ढेर करने पर प्रदीप शर्मा मशहूर तो हुए लेकिन विवादों में भी पड़ गए । चाहे दाऊद इब्राहिम का गिरोह हो या अरुण गवली या फिर लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी, प्रदीप शर्मा की रिवॉल्वर ने किसी को नहीं बख्शा । कुल 113 कथित अपराधी प्रदीप शर्मा की गोलियों का निशाना बने । उन पर बॉलीवुड में कई फिल्में भी बन चुकीं हैं ।
शंभूनाथ गौतम की विशेष रिपोर्ट