गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ होली मनाई। शहर में परम्परागत ढंग से होली का जूलूस निकला जिसका नेतृत्व गोरक्षपीठाधीश्वर एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया। यह पहला अवसर था जब योगी बतौर मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए। आपसी भाई चारा एवं सौहार्द का प्रतीक होली और जुमे की नमाज सकुशल सम्पन्न हो गई।
योगी के नेतृत्व में होली के अवसर पर निकलने वाला जूलूस पूरी शान शौकत से निकाला गया। शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज होने के कारण जूलूस मार्ग पर पडने वाली मस्जिदों मे नमाज का समय परिवर्तित कर एक घंटा बढ़ा दिया गया था।
गौरतलब है कि कि भगवान नरसिंह की शोभा यात्रा का जूलूस योगी के नेतृत्व में स्थानीय घंटाघर से होता हुआ गोरखनाथ मंदिर पहुंचा। इस मौके पर पुलिस के कड़े इंतजाम थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां योगी की यह पहली होली है। ऐसे में शहर की होली में बतौर मुख्यमंत्री उनकी परंपरागत हिस्सेदारी को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया।
योगी ने नरसिंह शोभा यात्रा के अलावा होली के अवसर पर आयोजित अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। वह होली के एक दिन पहले ही यहां पहुंच गए थे। वह इस होली के जूलूस में पिछले दो दशक से हिस्सा ले रहे हैं।
भगवान नरसिंह शोभा यात्रा (जूलूस) में मुख्यमंत्री की सुरक्षा पुलिस के लिए कड़ी चुनौती थी जिसके लिए सुरक्षा के कडे प्रबंध किए गए। वर्ष 1945 से निकल रही तकरीबन पांच किलोमीटर लंबी इस शोभा यात्रा का नेतृत्व गोरक्षपीठाधीश्वर करते हैं। रास्ते में पडने वाले घरों की छतों से शहरवासी उन पर रंग बरसाते हैं। इस बार पीठधीश्वर मुख्यमंत्री भी हैं लिहाजा पुलिस ने कडे इंतजाम किए थे।
इसके पहले योगी गोरखनाथ मंदिर परिसर में साधु संतों एवं श्रद्धालुओं के साथ होलिका दहन के बाद राख की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की। इसके बाद एक दूसरे के माथे पर होलिका दहन की राख लगाकर होली की शुरूआत की। सुबह से ही गोरखनाथ मंदिर में काफी श्रद्धालु यहां मुख्यमंत्री के साथ होली खेलने के लिए जमा हो गए थे।
मठ के चबूतरे पर श्रद्धालुओं ने ढोल लेकर फाग गाना शुरू कर दिया था। मथुरा से आए लोग भी फाग गा रहे थे जिसका आनन्द चबूतरे पर बैठकर मुख्यमंत्री ने लिया। इसके बाद योगी का काफिला होली के जूलूस के लिए निकल पड़ा जिसमें अयोध्या से पधारे पूर्व सांसद डा. राम विलास दास बेदान्ती समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे।
जूलूस की सुरक्षा के लिए करीब छह हजार जवान लगाए गए थे। इस रास्ते पर हर मीटर पर एक सशस्त्र जवान तैनात था। पुलिस अधिकारियों ने शोभा यात्रा की सुरक्षा सात जोन और 19 सेक्टर में बांट दी थी और ड्रोन कैमरे से जुलूस की निगरानी की जा रही थी।