लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री स्वाति सिंह के एक पुलिस अधिकारी से बातचीत के वायरल आडियो की जांच के आदेश शनिवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक को दिए।
मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह गोरखपुर रवाना होने के पहले पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह को अपने सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग बुलाया और कहा कि इस मामले की पूरी जांच कर रिपोर्ट जल्द ही विस्तार से दें। मुख्यमंत्री महिला मंत्री की इस हरकत से नाराज हैं क्योकि इससे सरकार की छवि पर असर पड़ता है।
पुलिस महानिदेशक ने लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से जांच करने को कहा है कि वो जांच कर बताएं कि क्या आडियो सही है। मंत्री अगर महिला हैं तो पुलिस अधिकारी भी महिला ही हैं।
वायरल आडियो में स्वाति सिंह कैंट की क्षेत्राधिकारी बीनू सिंह से पूछ रही हैं कि रियल इस्टेट की कंपनी अंसल ग्रुप के खिलाफ प्राथमिकी क्यों दर्ज की जा रही है जबकि ऊपर से आदेश है कि कोई नई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाए। उसके जवाब में पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इसके बाद स्वाति सिंह ने पुलिस अधिकारी को डांटा और धमकी दी कि यदि यहां काम करना है तो मेरे पास आईए और सब ठीक से समझ लिजिए। पुलिस अधकारी ने कहा कि स्वाति सिंह मंत्री हैं और उनके फोन आते रहते हैं।
दूसरी ओर स्वाति सिंह ने धमकी देने के आरोप को गलत बताया। उनका कहना था कि पुलिस अधिकारी खुद को पुलिस महानिदेशक का रिश्तेदार बताती हैं और गरीबों की प्राथमिकी नहीं दर्ज करती हैं। मैंने खुद पुलिस महानिदेशक से उन्हें हटाने की सिफारिश की है। उन्हें जनप्रतिनिधि का आडियो वायरल करने का अधिकार किसने दिया। रियल इस्टेट अंसल ग्रुप के मालिक और उनके बेटे धोखाधड़ी के आरोप में अभी जेल में बंद हैं।