ग्रेटर नोएडा । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हरियाणा की तर्ज पर चलते हुये अपने राज्य के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता को छह करोड़ रूपये की भारी पुरस्कार राशि देने की गुरूवार को घोषणा की।
उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री चेतन चौहान ने यहां प्रो कबड्डी लीग टीम यूपी योद्धा की जर्सी लाँच के अवसर पर यह घोषणा की। चौहान ने इस अवसर पर कहा,“ यूपी सरकार ओलंपिक के अपने स्वर्ण पदक विजेता को छह करोड़ रूपये को, रजत विजेता को चार करोड़ रूपये और कांस्य पदक विजेता को दो करोड़ रूपये का नगद पुरस्कार देगी।”
चौहान ने इसके साथ ही बताया कि इस साल राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले उत्तर प्रदेश के स्वर्ण विजेता खिलाड़ियों को 50 लाख रूपये, रजत विजेता को 30 लाख रूपये और कांस्य पदक विजेता को 20 लाख रूपये दिये जाएंगे।
उन्होंने बताया कि आगामी दो अक्टूबर को लखनऊ में एक भव्य समारोह आयोजित कर खिलाड़ियों को यह नगद पुरस्कार दिये जाएंगे। खेल मंत्री ने बताया कि इंडोनेशिया में हुये 18वें एशियाई खेलों में राज्य के 44 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था जिनमें से 11 ने पदक जीते हैं।
उन्होंने बताया कि जिन खिलाड़ियों ने इन खेलों में हिस्सा लिया लेकिन पदक नहीं जीत सके उन्हें भी भागीदारी के लिये 5-5 लाख रूपये दिये जाएंगे। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में यूपी के खिलाड़ियो ने 7 पदक जीते थे और इस अवसर पर उन्हें भी नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। चौहान ने साथ ही घोषणा की कि राज्य के पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को क्लॉस-2 की सरकारी नौकरी दी जाएगी। लेकिन खिलाड़ी का स्नातक होना अनिवार्य है।
यदि खिलाड़ी स्नातक नहीं है तो उसे स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिये चार वर्ष का समय दिया जाएगा। उन्होंने राज्य के उन रिटायर्ड अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को 20 हजार रूपये प्रति माह की पेंशन देने की घोषणा की जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं और द्रोणाचार्य, अर्जुन, ध्यानचंद तथा राज्य के खेल पुरस्कारों को हासिल किया।