उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में मिड-डे-मील रोटी नमक का मामला, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक स्कूल में “मिड-डे-मील नमक रोटी का मामला और गर्मा गया है । इस मामले की गूंज आज उत्तर प्रदेश से निकलकर दिल्ली तक सुनाई दी । वहीं नमक-रोटी परोसे जाने की खबर जिस पत्रकार ने डाली, उसके खिलाफ प्रशासन ने अब मुकदमा कर दिया है। पत्रकार पर एफआईआर के विरोध में मिर्जापुर में कई पत्रकार डीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए हैं। दूसरी ओर इस मुकदमे के लिए जो दलीलें दी जा रही हैं, वो कम दिलचस्प नहीं है। इस पूरे मामले में डीएम का बयान भी हास्यास्पद है। मिर्जापुर के डीएम अनुराग पटेल का कहना है कि प्रिंट मीडिया के पत्रकार फोटो खींच लेते वीडियो क्यों बनाया। डीएम को समझना होगा कि प्रिंट मीडिया का पत्रकार फोटो के साथ वीडियो भी बना सकता है।
मिड-डे-मील का खुलासा करने पर प्रशासन में मच गया था हड़कंप
22 अगस्त को पत्रकार ने जब मिड डे मील में नमक रोटी बच्चों को खिलाने का वीडियो वायरल हुआ तब प्रशासन में हड़कंप मच गया था । बात शासन तक पहुंच गई थी आनन-फानन में सरकार की छवि न बिगड़े पहले तो बीएसए का ट्रांसफर किया गया उसके बाद एबीएसए और स्कूल के हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया था । इस पूरे मामले में अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार कोई बयान नहीं आया है, हां प्रभारी मंत्री ने पूरे मामले की जांच करवाएंगे, कहकर पल्ला झाड़ लिया है ।
पत्रकार ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के एक सरकारी स्कूल में शूट किए गए वीडियो में बच्चों को केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत मिड-डे मील के तौर पर स्कूल में बैठकर नमक के साथ रोटी खाते दिखाया था । यह वीडियो 22 अगस्त को स्थानीय हिन्दी दैनिक समाचारपत्र ‘जनसंदेश टाइम्स’ के साथ काम करने वाले पत्रकार पवन जायसवाल ने शूट किया था ।
शंभूनाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार