मऊ। उत्तर प्रदेश में मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को रसोई गैस सिलेण्डर फटने से दो मंजिला मकान जमीदोज हो गया। इस घटना में 13 लोगों की मृत्यु हो गई जबकि 17 घायल हुए है।
घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ ने गहरा दुख जताया है। उनके आदेश पर घटनास्थल पर दो मंत्रियों उपेन्द्र तिवारी घटना और अनिल राजभर को भेजा गया। दोनों मंत्रियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और जिला अस्पताल में जाकर घायलों का हाल जाना।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि वलीदपुर कस्बा निवासी छोटे विश्वकर्मा के मकान में सुबह रसोई गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण शक्तिशाली विस्फोट हो गया। इस घटना में उसका दो मंजिला मकान ढह गया। घटना में 13 लोगों की मृत्यु हो गई जबकि 17 लोग घायल हुए हैं।
घायलों का आजमगढ़ ,मऊ और वाराणसी बीएचयू में उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक मृतकों में नौ शवों की पहचान कर ली गई है जबकि चार की पहचान अभी नहीं हो पाई है। मृतकों में सात पुरुष और छह महिलाएं शामिल हैं। इसमें छह बच्चे हैं।
उन्होंने बताया कि पूरी घटना की जांच के लिए तीन टीमें (सीएफओ, सीओ मोहम्मदाबाद, सीओ क्राइम) का गठन किया गया है।
आर्य ने बताया कि जिस मकान में विस्फोट हुया उनके घायल बच्चों के बयान लिए गए हैं। बच्चों ने बताया कि कल सिलेण्डर की गैस समाप्त हो गई थी। उनकी मां पड़ोसी के यहां से सिलेण्डर लेकर आई थी। आज सुबह जब सिलेण्डर लगाया तो गैस रिसाव होने लगा।
पड़ोसियों ने कहा कि सिलेण्डर को पानी के कपड़े में लपेटकर बाहर फैंक दें, इसी बीच किसी ने बिजली चालू कर दी और अचानक धमाका हो गया। उन्होंने बताया कि मकान में केवल महिला और बच्चे ही थे।
इस बीच एसडीआरएफ के अधिकारी पीएल शर्मा ने बताया की गोरखपुर और वाराणसी से पहुंची टीमों ने स्थानीय पुलिस के साथ मलबे को हटाया दिया है।उन्होंने बताया कि ने बताया कि इस घटना में पांच लोगों की जलने से मृत्यु हुई जबकि आठ लोगों मलबे आदि में दबने से मृत्यु हुई।
शर्मा ने बताया कि मृतकों में सुरेन्द्र विश्वकर्मा (40), इम्तियाज अहमद (22) सुनीता (32) शिवम (10) भृगुनाथ (35) अभिषेक (10), यासिर गनी (10), इज़राइल (09) और 16 साल जीशान शामिल हैं। चार शवों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।