नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि मित्र मेजर की पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार निखिल हांडा गुमराह करने की कोशिश कर रहा है लेकिन पुलिस जल्दी ही मामले की जांच का काम पूरा कर लेगी।
पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में शैलजा द्विवेदी की हत्या के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। कुमार ने कहा कि पुलिस इस मामले की तेजी से जांच में जुटी है और जांच से संबंधित 90 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है और अगले कुछ दिनों में सारी सच्चाई सामने रख दी जाएगी।
शैलजा की हत्या 23 जून को कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस के एक दल ने हत्या से जुड़े सबूतों की तलाश में बुधवार को घटनास्थल का भी दौरा किया।
हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार के बारे में उपायुक्त ने कहा कि जो हथियार हमारे पास हैं, उससे शैलजा की हत्या नहीं की गई है। आरोपी रोजाना पुलिस को भ्रामक जानकारी देकर भटकाने में लगा हुआ है। पुलिस ने हत्या से जुड़ी जांच का 90 प्रतिशत काम कर लिया है और जल्दी ही सच्चाई बाहर आएगी। निखिल फिलहाल चार दिन की पुलिस हिरासत में है।
निखिल जो स्वयं सेना में मेजर है, मृतका के पति के साथ उसकी जान-पहचान पहले से थी। शैलजा के पति अमित द्विवेदी और निखिल नागालैंड में पदस्थ थे। तेइस जून को शैलजा का शव दिल्ली छावनी में बराड़ स्क्वायर इलाके में मिला था।
शैलजा के पति ने निखिल पर हत्या की आशंका जताई थी। इस मामले की प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि शैलजा से निखिल शादी करना चाहता था जबकि वह इसके लिए राजी नहीं थी और इस कारण निखिल ने उसकी हत्या कर दी।