नई दिल्ली । यूपीईएस, देहरादून के छात्रों और अध्यापकों ने 7 एवं 8 अक्टूबर 2018 को देहरादून में आयेजित इन्वेस्टर्स समिट 2018 के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष अपने टेक्नोलाॅजिकल इनोवेशन्स को प्रस्तुत किया।
समिट के दौरान छात्रों ने कई प्रोजेक्ट्स पेश किए जैसे – उत्तराखण्ड में आपदा प्रबंधन के लिए रेस्क आॅप (रेस्क्यू आॅपरेशन नोड्स), पैरा ड्रोन, ट्रांसपोर्टेशन- स्लीप डिटेक्टर, रैश ड्राइविंग माॅनिटरिंग सिस्टम, सुरक्षा एजेन्सियों एवं वाइल्ड लाईफ के लिए इन्टेलीजेन्ट पेट्रोलिंग सिस्टम। रेस्क आॅप आपदा प्रबंधन टीमों और आपदा में फंसे लोगों के बीच लिंक स्थापित करता है;
पैरा ड्रोन किसी भी स्टैण्डर्ड कैमरा से एयर-फिल्मिंग के लिए उपयुक्त है, स्लीप डिटेक्टर ड्राइवर की एकाग्रता को माॅनिटर करता है। रैश ड्राइविंग माॅनिटरिंग सिस्टम वाहन की स्पीड निर्धारित स्पीड से अधिक होने पर, ज़िग-जै़ग ड्राइविंग, स्टंट ड्राइविंग आदि के बारे में अधिकारियों को एलर्ट भेजता है। इस तरह सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में मदद करता है। इसी तरह सुरक्षा एजेन्सियों एवं वाइल्ड लाईफ के लिए इंटेलीजेंट पेट्रोलिंग सिस्टम एल्गाॅरिदम के ज़रिए सुरक्षा गार्ड को ज़रूरी जानकारी देता है।
यूपीईएस ने छात्रों को जाॅब के लिए तैयार करने के लिए कई तरह के प्रयास किए हैं। इनमें शामिल हैंः
उद्योग जगत के साथ अकादमिक साझेदारियांः यूपीईएस उद्योग जगत के अग्रणी संगठनों के साथ साझेदारी में छात्रों के लिए प्रोग्राम पेश करती है। छात्रों को नौकरियों के लिए तैयार करने के लिए यूपीईएस ने आईबीएम, सिस्को, एल एण्ड टी, आदित्य बिरला, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, ज़ीबिया, बाॅम्बे स्टाॅक एक्सचेंज इन्सटीटयूट, इन्फोसिस आदि के साथ साझेदारियां की हैं।
पर्सनेलिटी एन्हान्समेन्ट और प्रोफेशनल असेसमेन्टः छात्रों के समग्र एवं बहु-आयामी विकास को सुनिश्चित करने के लिए यूपीईएस ने अपने कैम्पस में कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। कैम्पस में एक इन्क्यूबेशन सेंटर है जो छात्रों के इनोवेटिव आइडियाज़ को बढ़ावा देता है और उन्हें उद्योग जगत की ज़रूरत के अनुसार नौकरियों और कारोबार के लिए तैयार करता है।
फैकल्टी इंटर्नशिपः कैम्पस में छात्रों को चार से छह सप्ताह के लिए इंटर्नशिप करने का मौका मिलता है, इस दौरान वे थ्योरी के साथ प्रेक्टिकल भी कर पाते हैं, इस तरह जहां एक ओर उन्हें क्लासरूम में पढ़ाई कर थ्योरी सीखने का मौका मिलता है, वहीं प्रेक्टिकल के ज़रिए वे उद्योग जगत के अनुरूप काम के लिए तैयार हो जाते हैं।
यूपीईएस के बारे मेंः
युनिवर्सिटी आॅफ पेट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज़ (यूपीईएस) की स्थापना साल 2003 में उत्तराखण्ड के राज्य विधानमंडल के यूपीईएस अधिनियम 2003 के तहत की गई। यूपीईएस यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त एवं एनएएसी द्वारा मान्यता प्राप्त युनिवर्सिटी है। यूपीईएस को क्यूएस रेटिंग के द्वारा प्लेसमेन्ट एवं परिसर सुविधाओं के लिए 5 स्टार और इसकी अध्यापन प्रथाओं के लिए 4 स्टार दिए गए हैं।
यूपीईएस विभिन्न क्षेत्रों जैसे तेल एवं गैस, पावर, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सूचना प्रोद्यौगिकी, इलेक्ट्रोनिक्स, परिवहन, उच्च प्रोद्यौगिकी, डिज़ाइन, बिजनेस, प्लानिंग एवं आर्कीटेक्चर, सार्वजनिक नीति, कानूनी अध्ययन आदि में पाठ्यक्रम पेश करता है। अपने बहु-आयामी पाठ्यक्रमों के कारण यूपीईएस के स्नातकों को कम्पनियों में प्राथमिकता दी जाती है। यूपीईएस ने पिछले 5 सालों के दौरान 90ः ़ प्लेसमेन्ट का रिकाॅर्ड बनाए रखा है। यह यूपीईएस की प्रतिबद्धता, इसके विद्यार्थियों की गुणवत्ता तथा समर्पित फैकल्टी के समग्र दृष्टिकोण को इंगित करता है।